गजब! चार कंधे, अर्थी, नाई से लेकर रोने वालों का भी इंतजाम, ये कंपनी कराएगी अंतिम संस्कार जालंधर (जे पी बी न्यूज़ 24 ) कोरोना वायरस दौरान कोरोना महामारी से हो रही मौतों के बाद शवों को कंधा देने से लोग डर रहे थे। इस स्थिति से निपटने हेतु कोरोना पॉजिटिव से हुई मौतों के शवों का दाह संस्कार हिंदू, मुस्लिम व सिख समाज व संस्थाओं ने अपने स्तर पर करवाया था। इसी दौरान कुछ लोगो ने दाह संस्कार की रस्मो के लिए विशेष टीमें बनाई थी जो कोरोना पॉजिटिव शवों को हास्पीटल से लेकर दाह संस्कार करने के बदले अच्छी खासी रकम वसूलती थी। कोरोना महामारी का बूरा दौर निकलने के बाद अब जापान की तरह भारत में भी कुछ ऐसी कंपनिया सक्रिये हो चुकी है जो संस्कार की सुविधा भी प्रदान करने लगी है। अंतिम संस्कार कराने वाली कंपनी, मिलेंगे चार कंधे, अर्थी और पंडित, लाखों का है टर्नओवर… आज के डिजिटल युग में आम इंसान को राहत देने के लिए कई कंपनियां अगल अलग तरह की सर्विस देने लगी है। जैसे की खाना ऑर्डर करना, किसी भी वस्तु की होम डिलेवरी की सर्विस समेत ऐसी कई तमाम सर्विस है जो आपको घर बैठे मिल जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसी भी कंपनी है जो अंतिम संस्कार कराने की सर्विस देती हैं। जी हां यह सच है। यह कंपनी इंसान के अंतिम संस्कार की सारी तैयारियां करके देती है। कंपनी की ओर से चार कंधा देने वाले, पूजा के लिए पंडित, नाई सहित अंतिम संस्कार से सबंधित सभी तमाम सुर्विस उपलब्ध कराती है। हालांकि जापान जैसे देशों में यह आम सर्विस है, लेकिन भारत में इसकी शुरूआत हो चुकी है।दाह संस्कार से लेकर अस्थी विसर्जन व शोक सभा के विज्ञापन लगबाने की भी सेवाएं मिलेंगी राम-राम सत्य है…बोलने वाले भी मिलेंगे… दरअसल, दिल्ली ट्रेड फेयर में एक खास और अनोखा स्टार्टअप चर्चा में आ गया है, इस अनोखे स्टार्टअप का नाम है सुखांत फ्यूनरल मैनेजमैंट। ट्रेड फेयर के दौरान कंपनी ने अपनी स्टॉल में वो सारी वस्तुएं रखी थी जो अंतिम संस्कार के दौरान काम आती है। इतना ही नहीं स्टॉल पर कंपनी ने एक अर्थी भी सजाई थी, जो लोगों को हैरान कर रही थी। दिल्ली ट्रेड फेयर में यह स्टॉल लोगों को आकर्षित कर रही थी। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया की सुखांत फ्यूनरल मैनेजमैंट कंपनी द्वारा किसी के अंतिम संस्कार के लिए अर्थी को कंधा देने से लेकर, साथ में चलने वाले और राम नाम सत्य बोलने वाले और पंडित, नाई सब कंपनी की तरफ से उपलब्ध कराए जाते है। यहां तक कि अस्थियों का विसर्जन भी कंपनी द्वारा कराया जाएगा। कंपनी ने इन सब के बदले 37,500 रुपये फीस रखी है। सोशल मीडिया पर वायरल सर्विस सुखांत फ्यूनरल मैनेजमैंट द्वारा लगाई गई स्टॉल में अर्थी की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। कई यूजर्स इसका मजाक बना रहे हैं तो कई इसके नया और अनोखा स्टार्टअप बता रहे हैं, तो कुछ इसके मजे ले रहे हैं। क्या कहना है कंपनी के डायरेक्टर का? सुखांत फ्यूनरल मैनेजमैंट कंपनी के डायरेक्टर व सह संस्थापक संजय रामगुड़े का कहना है कि वे लोग अंतिम संस्कार की पूर्व तैयारी करते है। हिन्दुस्तान में रिश्ते निभाने का टाईम की कमी खलने लगी है व युवा पीढ़ी पश्चिमी संस्कृती में ढलते हुए बुजुर्गो की सेवा संभाल से विमुख हो रही है। कंपनी अभी तक 5 हजार से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार कर चुकी है व 50 लाख प्राॅफिट कमा चुकी है व भविष्य में कारोबार 2000 करोड़ होने की संभावना है। हालाकि यह सेवा मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में ही उपलब्ध है, कंपनी की पूरे भारत में शाखाएं खोलने की तैयारी कर रही है व प्रमोशन हेतु जगह जगह स्टाल लगा रही है। डायरेक्टर ने आगे कहा कि इमरजेंसी के अंतिम संस्कार का खर्च 8,000 से 12,000 रुपये आता है, जबकि पूर्व तैयारी की जाए तो अंतिम संस्कार में करीब 35 से 40 हजार रूपये के बीच खर्चा आता है। अंतिम संस्कार के सामान से जुड़ा स्टार्टअप, ‘मार्डन अर्थी’ देख ट्विटर यूजर हैरान सुखांत फ्यूनेरल एमजीएमटी के अंतिम संस्कार के सामान का स्टाल की तस्वीर एक ट्विटर यूजर मनीष खेतान से शेयर की है। तस्वीर साथ मनीष ने लिखा, “हे भगवान, यही देखना बाकी था…संयुक्त से एकल और अब एकल परिवार में भी अकेले रहने वाले लोगों तथा ऐसे समाज के लिए नया स्टार्टअप। जहां आपके शव को कंधा देने के लिए चार लोग भी इकट्ठा नहीं आएं तो सम्पर्क करें”। हालांकि सुखांत फ्यूनेरल एमजीएमटी के व्यापार के इस नए आइडिया से लोग सहमत नहीं है। वो कह रहे हैं ये भारत का कल्चर नहीं है। ऐसे स्टाल विदेशों में होते हैं। यहां ये सफल नहीं होगा। तो वहीं कई यूजर्स स्टाल की फोटो पर मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर्स ने तो लिखा कि अब तो हमें आप ये भी बता दो कि स्वर्ग जाने के लिए क्या बनाया है? यूजर्स जमकर कर कर रहे कमेंट्स एक यूजर ने तस्वीर पर कमेंट में इसे नया स्टार्ट बताया। जबकि एक अन्य यूजर ने लिखा, “अब यही देखना बाकी था…”। सब विजनेस है भाई…उनसे पूछना पड़ेगा डायरेक्ट स्वर्ग लोक जाने के क्या बनाया है… एक दूसरे ट्विटर यूजर लिखा। वहीं एक अन्य लिखा, विदेशों की लाइन पर। वहां पर जिंदा जैसे बॉडी का मेकअप किया जाता है। जबकि एक ने कहा यहां ये नहीं चलेगा।