दक्षिण भारत के प्रमुख पर्वों में से एक स्कंद षष्ठी भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इसे तमिलनाडु में कंद षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र भगवान कार्तिकेय की सच्चे मन से पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानते हैं इस साल स्कंद षष्ठी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व।
स्कंद षष्ठी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, स्कंद षष्ठी पर्व पौष मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 4 जनवरी 2025, शनिवार रात 10:00 बजे से शुरू होकर 5 जनवरी 2025, रविवार रात 8:15 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार, स्कंद षष्ठी का व्रत और पूजा 5 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।
भगवान कार्तिकेय की पूजा विधि
1. स्नान और तैयारी:
– सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ या नए वस्त्र पहनें।
– घर के मंदिर की सफाई करें या एक साफ स्थान पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं।
2. पूजा सामग्री तैयार करें:
– पूजा के लिए जल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, चंदन, अक्षत, फूल, धूप, दीपक आदि रखें।
– भगवान कार्तिकेय की मूर्ति या चित्र को एक आसन पर स्थापित करें।
3. पूजा विधि:
– भगवान कार्तिकेय के सामने दीपक जलाएं।
– जल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से भगवान का अभिषेक करें।
– चंदन और अक्षत लगाकर भगवान को फूल (विशेष रूप से कमल का फूल) चढ़ाएं।
– फल, मिठाई और नैवेद्य अर्पित करें।
– भगवान कार्तिकेय की आरती करें और स्कंद षष्ठी व्रत कथा का पाठ करें।
4. सावधानियां:
– पूजा के दौरान किसी प्रकार का झगड़ा या वाद-विवाद न करें।
– इस दिन मांस और मदिरा का सेवन पूरी तरह से त्यागें।
स्कंद षष्ठी व्रत के मंत्र
पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करें:
– ॐ षडाननाय नमः
– ॐ स्कन्ददेवाय नमः
– ॐ शरवणभवाय नमः
– ॐ कुमाराय नमः
स्कंद षष्ठी का महत्व
मान्यता है कि इसी दिन भगवान कार्तिकेय ने असुरों के राजा तारकासुर का वध किया था। दंपति जो सच्चे मन से भगवान कार्तिकेय की पूजा करते हैं, उन्हें संतान सुख प्राप्त होता है। स्कंद षष्ठी की पूजा से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-शांति आती है। इस दिन व्रत करने और पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है।
स्कंद षष्ठी पर भगवान कार्तिकेय का आशीर्वाद पाने के लिए इस तरह से करें पूजा विधि –
To get the blessings of lord kartikeya on skanda sashti, do the puja vidhi in this way