मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। माघ माह की इस अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान, दान और पितरों का तर्पण करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए विशेष मंत्र जाप और उपाय से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और पितर दोष से मुक्ति मिलती है।
मौनी अमावस्या 2025 शुभ मुहूर्त :
– अमावस्या तिथि प्रारंभ: 28 जनवरी 2025, रात 7:35 बजे
– अमावस्या तिथि समाप्त: 29 जनवरी 2025, शाम 6:05 बजे
मौनी अमावस्या पर विशेष मंत्र :
* पितृ तर्पण मंत्र:
– ॐ पितृभ्यः स्वाहा
– ॐ सर्वे देवाः स्वाहा
* धन और समृद्धि के लिए लक्ष्मी मंत्र:
– ॐ लक्ष्म्यै नमः
– ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:
– श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा
– ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः
– ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः
* सर्व बाधा मुक्ति के लिए:
– ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः।
– मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॐ।
* आदि लक्ष्मी मंत्र:
– आदि लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्म स्वरूपिणि। यशो देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।
मौनी अमावस्या स्नान-दान शुभ मुहूर्त :
– ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:25 बजे – 6:18 बजे
– प्रातः संध्या: सुबह 5:25 बजे – 7:11 बजे
– विजय मुहूर्त: दोपहर 2:22 बजे – 3:05 बजे
– गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:55 बजे – 6:22 बजे
– अमृत काल: सुबह 9:19 बजे – 10:51 बजे
मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय :
तुलसी पूजा करें: शाम के समय तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाएं और कच्चा दूध अर्पित करें। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
पीपल की पूजा करें: पीपल के वृक्ष के नीचे दीप जलाने से पितर प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
दान पुण्य करें: इस दिन अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़, चावल और काले तिल का दान करने से पापों का नाश होता है।
मौन व्रत का पालन करें: मौनी अमावस्या के दिन मौन धारण करने से मानसिक शांति मिलती है और आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है।
मौनी अमावस्या 2025 के शुभ मुहूर्त, मंत्र और उपाय, जानें इस पावन दिन का महत्व –
Mauni amavasya 2025 auspicious time – mantra and remedies – know the importance of this holy day