प्रयागराज महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति बनने पर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने महाकुंभ मेले के प्रशासन और प्रबंधन को भारतीय सेना को सौंपने की मांग की, क्योंकि उनके अनुसार राज्य सरकार विश्वस्तरीय व्यवस्था के अपने वादों को पूरा करने में विफल रही।
X (पूर्व में ट्विटर) पर एक कड़े शब्दों वाले पोस्ट में सपा प्रमुख ने कहा, महाकुंभ में आए संत समुदाय और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति विश्वास को फिर से बहाल करने के लिए यह जरूरी है कि महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप दिया जाए।
उन्होंने आगे कहा, अब जबकि ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ के दावों की पोल खुल गई है, तो जो लोग यह झूठा प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने इस घटना पर दुख जताते हुए राज्य सरकार से तत्काल राहत कार्यों को तेज करने की अपील की। उन्होंने सरकार से कुछ अहम कदम उठाने की मांग की गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को एयर एंबुलेंस से बेहतरीन अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। मृतकों के शवों की पहचान कर उनके परिजनों को सौंपा जाए और उनके निवास स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। बिछड़े श्रद्धालुओं को उनके परिवारों से मिलाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। हेलीकॉप्टर से निगरानी बढ़ाई जाए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। राहत कार्यों के साथ-साथ मौनी अमावस्या के शाही स्नान की परंपरा भी सुरक्षित तरीके से जारी रखी जाए।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज में हुई इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार फोन पर बात की और राहत कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी योगी आदित्यनाथ से संपर्क कर केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के शाही स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन 80-100 मिलियन श्रद्धालुओं के संगम तट पर जुटने की उम्मीद है।
महाकुंभ के दौरान अन्य महत्वपूर्ण स्नान तिथियों में 3 फरवरी (बसंत पंचमी-तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं।
भगदड़ के बाद अखिलेश यादव ने महाकुंभ प्रबंधन सेना को सौंपने की मांग की –
After the stampede, Akhilesh yadav demanded to hand over the maha kumbh management to the army