समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने आदित्यनाथ के चर्चित नारे “बटोगे तो काटोगे” को देश के इतिहास का सबसे नकारात्मक और असंवैधानिक करार दिया। यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगी दल अब इस नारे से दूरी बना रहे हैं।
लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह नारा अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति जैसा है। उन्होंने कहा, अंग्रेज चले गए, लेकिन उनकी सोच रखने वाले लोग अब देश में वही विचार आगे बढ़ा रहे हैं। यह नारा असंवैधानिक है और भाजपा नेता अब इससे दूरी बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने बिना नाम लिए कहा कि कोई व्यक्ति कपड़ों से नहीं बल्कि अपने विचारों और शब्दों से योगी बनता है।
यादव ने भाजपा पर उपचुनाव में संभावित हार के डर से प्रशासन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, भाजपा जिलाधिकारियों से जिला अध्यक्षों की तरह काम करवा रही है। यह सत्ता का दुरुपयोग है और लोगों के मतदान अधिकार पर हमला है। भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को अपने विचारधारा के रंग में रंगने की कोशिश कर रही है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार रोजगार सृजन को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा, सरकार युवाओं को रोजगार नहीं देना चाहती। वह साजिश के तहत आरक्षण का लाभ छीनने की कोशिश कर रही है। भाजपा की नीतियां किसान, युवा और पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) विरोधी हैं।”
डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा करने का आह्वान करते हुए यादव ने कहा, अब तक बाबा साहब के संविधान ने पीडीए की रक्षा की है। हमें संविधान को बचाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। जब तक भाजपा सत्ता में है, संविधान खतरे में रहेगा। भाजपा देश को संविधान के बजाय अपने तरीके से चलाना चाहती है।
यादव ने भाजपा की नीतियों को युवा विरोधी और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए कहा, संविधान को बचाने का संकल्प तभी पूरा होगा जब भाजपा की सरकार दिल्ली और लखनऊ दोनों जगह से हटेगी।
अखिलेश: भाजपा और सहयोगी दलों को योगी के ‘बताओगे तो काटोगे’ वाले बयान से दूरी बना रहे हैं –
Akhilesh: BJP and its allies are distancing themselves from yogi’s ‘If you tell me, you will be reprimanded’ statement