पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद के बाद, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन के लिए हाइब्रिड मॉडल को मंजूरी दे दी है। इस मॉडल के तहत, पाकिस्तान टूर्नामेंट के अधिकांश मैचों की मेजबानी करेगा, जबकि भारत के मैच, जिनमें चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले भी शामिल हैं, एक तटस्थ स्थल पर आयोजित किए जाएंगे।
बीसीसीआई ने पाकिस्तान में खेलने को लेकर सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया था, जिसके चलते भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया गया था। गुरुवार को आईसीसी ने दोनों बोर्डों के बीच समझौता कराया, जिससे यह विवाद समाप्त हुआ।
शहजाद ने पॉडकास्ट मे कहा , अगर सीमा पर एक स्टेडियम बनाया जाए, जहां दोनों टीमें अपने-अपने छोर से प्रवेश कर सकें, तब भी भारत सरकार को इससे परेशानी होगी। वे कहेंगे कि आपके खिलाड़ी हमारी तरफ से आएंगे, तो वीजा नहीं देंगे।
अहमद शहजाद का मानना है कि पीसीबी ने भारतीय टीम की पाकिस्तान में मेजबानी करने का सुनहरा मौका गंवा दिया। उन्होंने कहा, 2021 में सभी क्रिकेट बोर्डों ने इस बात पर सहमति दी थी कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान करेगा। यह आईसीसी का निर्णय था, और इससे पीछे हटना संभव नहीं था। लेकिन अब हमें यह भूल जाना चाहिए कि भारतीय टीम कभी पाकिस्तान आएगी। यह केवल आईसीसी इवेंट के जरिए ही संभव था। पीसीबी ने इस अवसर को खो दिया।
हाइब्रिड मॉडल पर सहमति के बाद भी कई सवाल उठ रहे हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह समाधान केवल अस्थायी है। दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों का असर क्रिकेट पर भी दिखता है।
पाकिस्तान-भारत विवाद के बीच हाइब्रिड मॉडल पर सहमति, अहमद शहजाद ने BCCI पर साधा निशाना –
Amid pakistan-india dispute, agreement on hybrid model, Ahmed shehzad targets BCCI