
दिल्ली विधानसभा के आगामी बजट सत्र से पहले आम आदमी पार्टी की नेता और सदन में विपक्ष की नेता आतिशी ने विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को एक कड़े शब्दों में पत्र लिखकर कार्यवाही में निष्पक्षता बरतने का आह्वान किया।
आतिशी ने अपने पत्र में पिछले विधानसभा सत्र की कार्यवाही में अध्यक्ष के पक्षपातपूर्ण रवैये की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष ने विपक्ष को दरकिनार किया और अनुचित व्यवहार की कई घटनाओं को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा, संसदीय लोकतंत्र में, अध्यक्ष का कर्तव्य निष्पक्षता बनाए रखना और हर आवाज को सुनना है।
आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायकों को विपक्षी विधायकों की तुलना में अधिक बोलने का समय दिया गया। उन्होंने कहा, भाजपा के कुछ विधायकों को 20 मिनट से अधिक समय मिला, जबकि विपक्षी विधायकों को केवल 3-4 मिनट का समय दिया गया। उन्होंने सीएजी रिपोर्ट की चर्चा का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा के 18 वक्ताओं को कुल 190 मिनट मिले, जबकि विपक्ष के पांच वक्ताओं को मात्र 33 मिनट मिले।
आतिशी ने आरोप लगाया कि निलंबित विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोक दिया गया, जो संसदीय मानदंडों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, नियम 277 के अनुसार, निलंबन केवल विधानसभा हॉल तक ही सीमित होता है, लेकिन विपक्षी विधायकों को परिसर में प्रवेश से रोक दिया गया।
आतिशी ने पत्र में आरोप लगाया कि भाजपा विधायकों ने कार्यवाही के दौरान आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, बीजेपी विधायकों ने चोर, नीच और गुंडे जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन अध्यक्ष ने हस्तक्षेप नहीं किया।
आतिशी ने अध्यक्ष से निष्पक्षता बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा, निलंबित विधायकों को परिसर में प्रवेश और शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति दी जाए। भविष्य के सत्रों में बोलने का समय विधायकों की संख्या के आधार पर वितरित किया जाए। सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों दलों के लिए समान मानक लागू किए जाएं।
उन्होंने कहा, एक कार्यशील लोकतंत्र के लिए एक निष्पक्ष अध्यक्ष आवश्यक है, जो सदन में निष्पक्षता को बढ़ावा दे। मैं अध्यक्ष से आगामी बजट सत्र में निष्पक्षता और सम्मान बहाल करने का आग्रह करती हूं।
आतिशी ने स्पीकर के आचरण की आलोचना की, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के लिए निष्पक्षता की मांग की –
Atishi criticised the speaker’s conduct, demanded fairness for the opposition in delhi assembly