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जानिए राम परिवार की तस्वीर या मूर्ति के महत्व के बारे में - Know about the importance of the picture or idol of ram parivar

जानिए राम परिवार की तस्वीर या मूर्ति के महत्व के बारे में – Know about the importance of the picture or idol of ram parivar

श्रीमद् भागवत गीता के बाद हिंदू धर्म में रामायण को सबसे जरूरी ग्रंथ माना गया है। मान्यताओं के अनुसार रामायण को धार्मिक ग्रंथ से ज्यादा एक जीवन ग्रंथ के रूप में देखा जाता है। प्रभु श्री राम की पूजा के अलावा केवल रामायण पाठ करने से ही काफी सारी परेशानियां दूर होती हैं। इससे घर – परिवार में नेगेटिविटी आसपास नहीं भटकती है। घर के अंदर श्री राम की पूजा के लिए राम परिवार का बहुत महत्व बताया गया है। आइए आज आपको बताते हैं कि राम दरबार का क्या महत्व है और इसमें किन सदस्यों को शामिल किया जाता हैं। * राम दरबार के मुख्य सदस्य:   राम दरबार या राम परिवार की चर्चा रामायण में भी देखने को मिलती है। प्रभु श्री राम की व्यक्तिगत पूजा से ज्यादा राम दरबार की पूजा करने से लाभ होता है। राम दरबार के मुख्य सदस्यों के रूप में भगवान श्री राम के साथ उनकी पत्नी सीता मईया, भाई लक्ष्मण और राम भक्त हनुमान जी रहते हैं। ज्यादातर श्री राम की पूजा राम दरबार के साथ ही की जाती है। मान्यता के अनुसार इससे आपको अधिक पुण्य मिल सकता है। * घर के मंदिर में राम दरबार का महत्व:  घरों के मंदिर में भी प्रभु श्री राम की पूजा राम दरबार के साथ की जाती है। मान्यताओं के अनुसार जिस घर में राम दरबार की नियमित रूप से पूजा होती है वहां सौभाग्य और सुख – समृद्धि हमेशा बनी रहती है और नेगेटिविटी उसे घर – परिवार से हमेशा दूर रहती हैं। साथ ही इससे एक ही जगह पर एक से ज्यादा देवी – देवताओं का आशीर्वाद मिल जाता है। इससे आपकी सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं। * ऐसे करें राम परिवार की पूजा:  पूजा करने से पहले पूरे राम परिवार को गंगाजल की मदद से साफ कर लें। अगर आपके घर में राम दरबार की फोटो है तो उसे गंगाजल की मदद से पोंछ लें। इसके बाद राम दरबार को पीले रंग का वस्त्र चढ़ाएं। फिर प्रभु श्री राम को फूल, अक्षत और रोली जैसी चीज चढ़ाएं। अंत में दरबार के सामने धूपबत्ती जलाएं और आरती करने के बाद भगवान को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करें। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए राम परिवार की तस्वीर या मूर्ति के महत्व के बारे में – Know about the importance of the picture or idol of ram parivar

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जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत - Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed

जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत – Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed

पंचांग के अनुसार, माघ मास की चतुर्थी तिथि पर सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान गणेश के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं और पूजा-आराधना करती हैं। कहते हैं गणपति बप्पा की पूजा करने से और सकट चौथ का व्रत रखने से जीवन में खुशहाली आती है और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन भगवान को तिल और कुटा से बना भोग चढ़ाया जाता है और प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।  * सकट चौथ कब है:  इस साल पंचांग के अनुसार, माघ मास की चतुर्थी तिथि 29 जनवरी, 2024 को सुबह 6 बजकर 10 मिनट से शुरू हो रही है और इसका समापन अगले दिन 30 जनवरी की सुबह 8 बजकर 54 पर हो जाएगा। इस चलते 29 जनवरी के दिन ही सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। सकट चौथ के व्रत में शाम के समय चंद्रोदय के बाद पूजा की जाती है। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 41 मिनट बताया जा रहा है। * सकट चौथ की पूजा:  कहते हैं सकट चौथ के दिन गणपति बप्पा की पूजा करने पर कोई खाली हाथ नहीं रहता है। गणपति बप्पा से इस दिन संतान की दीर्घायु का वरदान मांग जा सकता है। इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और पूरे मनोभाव से पूजा की जाती है। सकट चौथ के दिन मान्यतानुसार, सुबह उठकर स्नान किया जाता है और स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं। इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना भी अच्छा माना जाता है। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम के समय पूजा की जाती है। पूजा में भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करके उनके समक्ष दुर्वा अर्पित की जाती है।गणपति बप्पा को लड्डू। तिल और गुड़ से बना भोग भी अर्पित करते हैं। गणेश आरती की जाती है, चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है और फिर पूजा संपन्न होती है। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत – Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed

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नए साल में कपूर से जुड़े ये उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहेगी। By doing these remedies related to camphor in the new year, there will be happiness and prosperity in the house and negative energy will be kept away

नए साल में कपूर से जुड़े ये उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहेगी। By doing these remedies related to camphor in the new year, there will be happiness and prosperity in the house and negative energy will be kept away

हिन्दू धर्म में किसी नए काम और मांगलिक काज की शुरूआत पूजा-पाठ के बाद ही होता है। ऐसे में नए साल की शुरूआत बिना ईश्वर के अराधना के कैसे संभव हो सकता है। आज हम आपको यहां पर कपूर से जुड़े कुछ उपाय के बारे में बताएंगे जिसको करने से आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी और कोई नेगेटिव एनर्जी प्रवेश नहीं करेगी तो आइए जानते हैं बिना देर किए।  * नेगेटिव एनर्जी दूर करने के कपूर के उपाय:  1- अगर आपको आर्थिक तंगी लगी रहती है तो फिर आप शुक्रवार को गुलाब के फूल में कपूर का टुकड़ा रख दीजिए फिर शाम के समय इसे जला दीजिए। यह उपाय करने से सारी बाधाएं दूर हो जाएंगी कारोबार में आने वाली। वहीं, अगर आपके हर काम में बाधा आती है तो फिर आप रोज घर में सुबह शाम कपूर जलाएं, इससे घर का वातावरण शुद्ध रहता है। घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। 2- वहीं, अगर वास्तु दोष है तो फिर आप घर के उस हिस्से में कपूर जलाएं जहां वास्तु दोष है। वहां कपूर जलाकर रखें। जब कपूर पूरा जल जाए तो आप दोबारा से जलाकर रख दीजिए। आपको रोज रात में बुरे सपने आते हैं तो फिर सोने से पहले कमरे में कपूर जलाएं। इससे डरावने सपने आने बंद हो सकते हैं। 3- आप तरक्की के लिए भी कपूर का टोटका अपना सकते हैं। आप दिन में तीन बार घर में कपूर जलाएं। इससे सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। जिन लोगों को नीद नहीं आती है, उन्हें बेडरूम में कपूर जलाकर सोना चाहिए। इससे रात में नींद के लिए ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। भाग्योदय के लिए आप नहाने के पानी में कुछ बूंद कपूर के तेल की डालकर नहाएं। इससे भाग्य अच्छा होगा। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   नए साल में कपूर से जुड़े ये उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहेगी। By doing these remedies related to camphor in the new year, there will be happiness and prosperity in the house and negative energy will be kept away

नए साल में कपूर से जुड़े ये उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहेगी। By doing these remedies related to camphor in the new year, there will be happiness and prosperity in the house and negative energy will be kept away Read More »

नए साल की शुरुआत से पहले अपने घर से हटा दें ये 5 चीजें, नहीं तो पूरे साल नहीं होगी बरकत - Remove these 5 things from your house before the beginning of the new year, otherwise you will not be blessed throughout the year

नए साल की शुरुआत से पहले अपने घर से हटा दें ये 5 चीजें, नहीं तो पूरे साल नहीं होगी बरकत – Remove these 5 things from your house before the beginning of the new year, otherwise you will not be blessed throughout the year

क्या आप भी चाहते हैं कि आपका नया साल खुशियों से भरा हुआ रहे और घर में सुख शांति और समृद्धि आए। तो एक बार अपने घर के वास्तु पर नजर डालें, क्योंकि वास्तु के अनुसार अगर जाने अनजाने में घर में कुछ ऐसी चीज रखी रह गई जिससे नेगेटिव एनर्जी घर में फैलती है, तो आपका आने वाला साल बुरा हो सकता है। ऐसे में नए साल की शुरुआत होने से पहले अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख शांति और समृद्धि आए तो इन पांच चीजों को घर से बाहर निकाल कर फेंक दें। * मुरझाए हुए पौधे:  जी हां, वास्तु के अनुसार घर में मुरझाए हुए पौधे रखना अशुभ माना जाता है। ऐसे में नया साल शुरू होने से पहले आप मुरझाए हुए पौधों को घर से बाहर कर दें। इतना ही नहीं अगर घर में कांटेदार पौधे भी रखे हुए हैं, तो इसे भी बाहर कर दें क्योंकि इससे नेगेटिव एनर्जी फैलती है। * बंद घड़ी:  कहते हैं घर में बंद घड़ी होने से समय रुक जाता है, ऐसे में अगर आपके घर में कोई भी बंद घड़ी है तो इसे या तो ठीक करा लें या फिर घर से बाहर कर दें, क्योंकि बंद घड़ी घर में रखना अशुभ माना जाता है और कलाई पर भी बंद घड़ी नहीं बांधनी चाहिए। * टूटी फूटी तस्वीर:  आजकल देखा जाता है कि कई लोग घर को एस्थेटिक लुक देने के लिए टूटी-फूटी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह टूटी-फूटी चीजें घर में क्लेश का माहौल बना सकती हैं। ऐसे में घर में कभी भी टूटी-फूटी तस्वीर या फोटो फ्रेम नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे घर में झगड़े होते हैं। * टूटा हुआ कांच:  अगर आपके घर के किसी कोने में टूटा हुआ कांच या शीशा रखा है, तो आप उसे निकालकर आज ही बाहर फेंक दें, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। * पुराने और फटे हुए कपड़े:  देखा जाता है कि अधिकतर लोग अपने पुराने या फटे हुए कपड़ों को संजोकर रखते हैं और बाद में इसका इस्तेमाल सफाई, पोछे या अन्य चीजों में करते हैं। लेकिन घर में गंदे, कटे-फटे कपड़े इकट्ठा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये वास्तु दोष के साथ-साथ सूर्य दोष का कारण भी बन सकता है। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   नए साल की शुरुआत से पहले अपने घर से हटा दें ये 5 चीजें, नहीं तो पूरे साल नहीं होगी बरकत – Remove these 5 things from your house before the beginning of the new year, otherwise you will not be blessed throughout the year

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नए साल के पहले दिन घर में ये शुभ चीजें लाए, साल भर बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा - Bring these auspicious things in the house on the first day of the new year, Goddess lakshmi blessings shower throughout the year

नए साल के पहले दिन घर में ये शुभ चीजें लाए, साल भर बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा – Bring these auspicious things in the house on the first day of the new year, Goddess lakshmi blessings shower throughout the year

नए साल के आगमन में बस कुछ ही दिन बचे हैं और लोग नए साल के शुभ होने की उम्मीद कर रहे हैं। हर किसी की चाहत है कि नया साल उनके और उनके परिवार के लिए खुशहाली और शांति के साथ साथ समृद्धि भी लेकर आए। हिंदू धर्म में पारिवारिक सुख के साथ साथ धन दौलत और समृद्धि के लिए कुछ वास्तु टिप्स बताए गए हैं। ऐसे में अगर आप भी नए साल में सुख और समृद्धि की चाहत रख रहे हैं तो आप कुछ खास चीजों को घर लाकर इस उम्मीद को पूरा कर सकते हैं। मान्यता है कि नए साल पर इन चीजों को घर पर लाने से ना केवल घर में सकारात्मकता आएगी बल्कि आपके घर पर मां लक्ष्मी का हाथ पूरे साल बना रहेगा। चलिए जानते हैं कि वास्तु में किन किन चीजों को घर पर लाने से सुख समृद्धि आने की बात कही गई है। * नए साल पर घर लाएं ये चीजें,जमकर आएगी धन और दौलत –   नए साल पर आप तांबे का सूर्य खरीदकर ला सकते हैं। इसे घर की दीवार पर लगाइए और फिर देखिए कि आपके घर में किस तरह तरक्की होती है। मान्यता है कि तांबे का सूर्य घर परिवार की तरक्की के रास्ते खोलता है और घर वालों को इसके शुभ परिणाम प्राप्त होतें हैं। इससे घर में आय और धन के आगमन के मौके बनते हैं। धातु का कछुआ भी सुख समृद्धि का कारक कहा गया है। इसे आप घर या दफ्तर में लाकर रख सकते हैं। इसे घर में रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर परिवार में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। इसे रखने से बिजनेस में तरक्की के योग बनते हैं औऱ जातक को आर्थिक लाभ होता है। नए साल के पहले दिन आपको दक्षिणवर्ती शंख खरीदकर घर लाना चाहिए। इसे पूजाघर में मां लक्ष्मी की प्रतिमा के आगे रखकर इसकी पूजा कीजिए। कहते हैं कि ऐसा करने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और इससे घऱ में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। नए साल के पहले दिन घर में कच्चा नारियल लाकर रखें। पहले दिन पूजाघर में रखकर इसकी पूजा करें और अगले दिन तिजोरी में रख दें। इससे साल भर आपके घर में धन की कमी नहीं होगी और आपके काम पूरे होते रहेंगे। गोमती चक्र भी ऐसी चीज है जिसे घर में लाने से घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि का वास होता है। साल के पहले दिन 11 गोमती चक्र लाकर इनकी पूजा कीजिए और अगले दिन इनको पीले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दीजिए। मोर पंख को भी वास्तु में भाग्यशाली कहा गया है। मान्यता है कि मोर पंख घर परिवार में निगेटिविटी और अस्थिरता को दूर करता है। इससे घर में दिक्कतें खत्म होती है और घर वालों के बीच में प्रेम बना रहता है। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   नए साल के पहले दिन घर में ये शुभ चीजें लाए, साल भर बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा – Bring these auspicious things in the house on the first day of the new year, Goddess lakshmi blessings shower throughout the year

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जानिए जनवरी माह के कई शुभ योग और शुभ मुहूर्त के बारे में - Know about many auspicious yog and auspicious times of the month of January

जानिए जनवरी माह के कई शुभ योग और शुभ मुहूर्त के बारे में – Know about many auspicious yog and auspicious times of the month of January

नया साल 2024 बस आने ही वाला है। हर कोई इसे लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नजर आ रहा हैं। कई लोग नए साल के मौके पर जनवरी महीने में ही कुछ नया और बड़ा करने की सोच रहे होंगे। अगर आप भी इनमें से हैं तो आपको कुछ खास टाइम और डेट ध्यान में रखना चाहिए। हिन्दू मान्यता में किसी भी काम को करने के लिए शुभ मुहूर्त या शुभ योग का बहुत महत्तव है। माना जाता हैं कि इनका ध्यान रखकर किया गया काम हमेशा अच्छा होता हैं और कभी असफल नहीं होता। इन खास मौकों पर भगवान का खास आशीर्वाद मिलता है। जनवरी 2024 में भी ऐसे कई सारे शुभ मुहूर्त हैं। # जनवरी 2024 शुभ योग:  * अमृत सिद्धि योग:  20, 22 और 25 जनवरी 2024 को खास अमृत सिद्धि योग बन रहा है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन किए गए काम से जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर हो जाती है। * सर्वार्थ सिद्धि योग:  जनवरी 2024 में कुल 11 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। 03, 06, 08 ,12, 13, 16, 18, 20, 22, 25 और 31 जनवरी को ये योग है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग का बहुत महत्तव है। * जनवरी 2024 में वाहन और प्रोपर्टी खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त:  जो लोग जनवरी 2024 में अपने घर नया वाहन लाने का विचार कर रहे हैं उनके लिए 03, 04, 21, 22, 25 और 31 जनवरी का दिन उत्तम हैं। जो लोग नए साल में नई प्रोपर्टी लेना चाहते हैं उनके लिए 01, 02, 06, 07, 10, 11, 15 और 26 जनवरी का दिन शुभ माना जा रहा है। * जनवरी 2024 विवाह के लिए शुभ मुहूर्त:  जनवरी 2024 में डोली सजाने और बारात निकालने के लिए कई सारे शुभ मुहूर्त है। आप चाहे तो 16, 17, 20, 21, 22, 27, 28, 30 और 31 जनवरी में से किसी भी दिन विवाह कार्यक्रम कर सकते हैं। # जनवरी 2024 अन्य शुभ मुहूर्त:  * गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त – 03 जनवरी 2024 * नामकरण हेतु शुभ मुहूर्त – 03, 04, 07, 08, 11, 12, 17, 18, 21, 22, 25 और 31 जनवरी * अन्नप्राशन हेतु शुभ मुहूर्त – 01, 07, 15, 18, 21, 22, 28 और 29 जनवरी * कर्णवेध हेतु शुभ मुहूर्त – 04, 08, 13, 14, 17, 18, 22, 25, 26 और 31 जनवरी * विद्यारम्भ हेतु शुभ मुहूर्त – 05, 07, 12, 14, 21, 26 और 31 जनवरी * उपनयन/जनेऊ शुभ मुहूर्त – 21, 26 और 31 जनवरी (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए जनवरी माह के कई शुभ योग और शुभ मुहूर्त के बारे में – Know about many auspicious yog and auspicious times of the month of January

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जानिए जनवरी में कब-कब प्रदोष व्रत रखे जाएंगे और क्या है प्रदोष व्रत का महत्व - Know when pradosh vrat will be observed in january and what is the importance of pradosh vrat

जानिए जनवरी में कब-कब प्रदोष व्रत रखे जाएंगे और क्या है प्रदोष व्रत का महत्व – Know when pradosh vrat will be observed in january and what is the importance of pradosh vrat

देवों के देव महादेव पर सोमवार का दिन समर्पित है। भोलेनाथ के भक्त सोमवार और प्रदोष तिथि पर भगवान के लिए पूरे विधि-विधान से व्रत रखकर पूजा-अर्चना करते हैं। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की आराधना करने का खास महत्व है। पंचांग के मुताबिक, हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि आती है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल में। कहते हैं कि जो भी भक्त इस व्रत को सच्चे मन से रखता है उसकी सभी मनोकामनाएं भोलेनाथ पूरी करते हैं। प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा शाम के समय की जाती है।  * जनवरी में प्रदोष व्रत की तिथि:  पंचांग के मुताबिक जनवरी के महीने में पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी दिन मंगलवार को है। ये व्रत मंगलवार के दिन पड़ रहा है इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जा सकता है। इसी जनवरी के महीने में दूसरा प्रदोष व्रत 23 जनवरी, मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत कहलाते हैं। * दिन के अनुसार प्रदोष व्रत के नाम:  रविवार रवि प्रदोष व्रत, सोमवार सोम प्रदोष व्रत, मंगलवार के दिन भौम प्रदोष व्रत, बुधवार पर बुध प्रदोष व्रत, गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत, शुक्रवार के दिन शुक्र प्रदोष व्रत और शनिवार के दिन शनि प्रदोष व्रत रखा जाता है। * क्या है प्रदोष व्रत का महत्व:  सनातन धर्म में भोलेनाथ की पूजा के लिए प्रदोष व्रत का खास महत्व है। इस दिन भगवान शिव कि पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान का सुख प्राप्त होता है और जातक पाप मुक्त हो जाते हैं। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए जनवरी में कब-कब प्रदोष व्रत रखे जाएंगे और क्या है प्रदोष व्रत का महत्व – Know when pradosh vrat will be observed in january and what is the importance of pradosh vrat

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जानिए साल 2024 में कब पड़ रही है सोमवती अमावस्या, तारीख और समय के बारे में - Know when somvati amavasya is falling in the year 2024, about the date and time

जानिए साल 2024 में कब पड़ रही है सोमवती अमावस्या, तारीख और समय के बारे में – Know when somvati amavasya is falling in the year 2024, about the date and time

नये साल की पहली अमावस्या सोमवती अमावस्या होने वाली है। मान्यतानुसार सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इस अमावस्या का विशेष धार्मिक महत्व होता है। मान्यतानुसार सोमवार के दिन पड़ने के चलते इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन भी किया जाता है। अमावस्या को पूजा-पाठ, पितरों का तर्पण, स्नान-दान और पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए अच्छा दिन माना जाता है। इस दिन श्राद्ध आदि भी किया जाता है। जानिए किस दिन पड़ रही है अमावस्या और साल 2024 में कितनी सोमवती अमावस्या आएंगी। * कब है सोमवती अमावस्या:  साल 2024 में कुल 13 अमावस्या आने वाली हैं जिनमें से 3 अमावस्या सोमवार के दिन पड़ने के चलते सोमवती अमावस्या होंगी। पहली सोमवती अमावस्या चैत्र महीने में पड़ रही है। पंचांग के अनुसार, पहली सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल के दिन 3 बजकर 21 एएम से शुरू होकर रात 11 बजकर 50 मिनट तक रहने वाली है। अगली सोमवती अमावस्या सितंबर में पड़ रही है। सितंबर के महीने में भाद्रपद अमावस्या होगी। यह अमावस्या 2 सितंबर की सुबह 5 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 3 सितंबर को सुबह 7 बजकर 27 एएम को होगा। साल 2024 की तीसरी अमावस्या पौष माह में पड़ने वाली है। यह अमावस्या 30 दिसंबर की सुबह 4 बजकर 1 एएम से अगले दिन 31 दिसंबर की सुबह 3 बजकर 56 एएम तक रहेगी। साल 2024 में कब-कब पड़ेगी अमावस्या 11 जनवरी – पौष अमावस्या 9 फरवरी – माघ या मौनी अमावस्या 10 मार्च – फाल्गुन अमावस्या 8 अप्रैल – चैत्र अमावस्या 8 मई – वैशाख अमावस्या 6 जून – ज्येष्ण अमावस्या 5 जुलाई – आषाढ़ अमावस्या 4 अगस्त – श्रावण अमावस्या 2 सितंबर – भाद्रपद अमावस्या 2 अक्टूबर – आश्विन अमावस्या 1 नवंबर – कार्तिक अमावस्या 1 दिसंबर – मार्गशीर्ष अमावस्या 30 दिसंबर – पौष अमावस्या (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए साल 2024 में कब पड़ रही है सोमवती अमावस्या, तारीख और समय के बारे में – Know when somvati amavasya is falling in the year 2024, about the date and time

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जानिए सुंदर कांड के पाठ से होने वाले लाभों के बारे में - Know about the benefits of reciting sundar kand

जानिए सुंदर कांड के पाठ से होने वाले लाभों के बारे में – Know about the benefits of reciting sundar kand

सनातन धर्म में भगवान हनुमान जी की पूजा को सभी तरह के संकट, शोक, भय और रोग से मुक्ति का उपाय माना गया है। मान्यता है कि सर्वदा चिरंजीवी भगवान हनुमान हर युग में मौजूद रहते हैं और भक्तों के याद करने पर वे हमेशा रक्षा करने के लिए आते हैं। मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा का दिन है। माना जाता है कि इस दिन गोस्वामी तुलसीदास रचित सुंदरकांड के पाठ से भक्तों को असीम लाभ प्राप्त होता है।  # सुंदरकांड पाठ के लाभ:  * ग्रहों के बुरे प्रभाव से मुक्ति:  नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करने से ग्रहों के खराब प्रभाव से मुक्ति मिलती है। इससे शनि की साढे़ साती और शनि की ढैय्या के प्रभाव से बचने में मदद मिलती है। इसके साथ ही राहु और केतु के बुरे प्रभाव से भी बचाव होता है। * नकारात्मक एनर्जी से बचाव:  नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करने पर घर में नकारात्मक एनर्जी नहीं आती है। यह बुरे प्रभावों और नकारात्मक एनर्जी से बचने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। बजरंगबली को सभी बुरे प्रभाव से बचाने वाली शक्तियों का प्रमुख माना जाता है। * सेहत होती है बेहतर:  हनुमान जी का संबंध शक्ति और बेहतर सेहत से है। सुंदरकांड के पाठ से मानसिक व शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इससे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। * मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण:  भगवान हनुमान जी की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। माना जाता है कि भगवान हनुमान की भक्ति का सबसे अच्छा तरीका सुंदरकांड का नियमित पाठ करना है। * आध्यात्मिक विकास:  सुंदरकांड को पवित्र और आध्यात्मिक माना जाता है इसलिए इसके नियमित पाठ से मन में आध्यात्म का विकास होता है। इससे धर्म, भक्ति और सही मार्ग का ज्ञान मिलता है। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए सुंदर कांड के पाठ से होने वाले लाभों के बारे में – Know about the benefits of reciting sundar kand

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जानिए कब मनाई जाएगी अखुरथ संकष्टी चतुर्थी, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि। Know when akhurath sankashti chaturthi will be celebrated, auspicious time and method of worship

जानिए कब मनाई जाएगी अखुरथ संकष्टी चतुर्थी, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि। Know when akhurath sankashti chaturthi will be celebrated, auspicious time and method of worship

इस साल 30 दिसंबर को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी देशभर में मनाई जाएगी। इसे पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। माना जाता है कि अगर आप इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना करें तो शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्ति होती है। यह भी मान्‍यता है कि अगर आप इस दिन देवों के देव महादेव के पुत्र गणपति की पूजा मन से करें और व्रत उपवास करें तो आपकी आय में बढ़ोतरी होगी जबकि सौभाग्य प्राप्ति के साथ तमाम मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी। जानिए अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर किस तरह कर सकते हैं पूजा। * अखुरथ संकष्टी चतुर्थी की पूजा:  हिन्‍दू पंचांग के मुताबिक, पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर अखुरथ संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। इस तरह इस साल 30 दिसंबर को सुबह 9.43 से इसका मुहूर्त शुरू हो जाएगा और 31 दिसंबर की सुबह 11.55 बजे तक रहेगा। इस दिन चंद्र दर्शन का भी विधान है। इस पूजा को करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठें और नहा धोकर भगवान गणेश को नमस्‍कार करें। फिर घर बाहर साफ-सुथरा कर घर के हर कोने में गंगाजल का छिड़काव करें। अब नित्‍य कार्य को पूरा कर स्‍नान करें और पीला परिधान पहन लें। आप लाल कपड़े भी पहन सकते हैं। फिर पूजा घर में पीले या लाल रंग का साफ-सुथरा वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश को स्थापित करें। अब भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने आसन लगाएं और दाहिने हथेली में जल लेकर व्रत संकल्प लें। अब पंचोपचार कर पूरे विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा अर्चना करें। पूजा में गणपति को दूर्वा और मोदक का भोग लगाएं। अब धूप दीप जलाकर गणेश चालीसा का पाठ करें। भगवान गणेश की आरती कर पूजा का समापन करें। पूजा के उपरांत भगवान को मन से प्रणाम करें और मन्‍नत मांगें। इस तरह पूजा संपन्न होगी। अब दिनभर उपवास रखें और शाम के समय संध्या आरती कर चंद्र देव का दर्शन करें। इसके बाद उपवास को फलाहार से तोड़ें। फिर दूसरे दिन तक व्रत को कायम रखें। इस तरह आपकी पूजा और व्रत संपन्‍न होगा। (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)   जानिए कब मनाई जाएगी अखुरथ संकष्टी चतुर्थी, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि। Know when akhurath sankashti chaturthi will be celebrated, auspicious time and method of worship

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