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सावन मास के पावन उपलक्ष पर शिव पूरी धाम मे किशन पूरा मे महा रूद्र अभिषेक का आयोजन - Maha rudra abhishek organized at kishan pura in shiv puri dham on the auspicious occasion of sawan month

सावन मास के पावन उपलक्ष पर शिव पूरी धाम मे किशन पूरा मे महा रूद्र अभिषेक का आयोजन – Maha rudra abhishek organized at kishan pura in shiv puri dham on the auspicious occasion of sawan month

सावन मास के पावन उपलक्ष पर शिव पूरी धाम मे किशन पूरा मे महा रूद्र अभिषेक का आयोजन रूद्र सेना सग़ठन के संचालक दयाल वर्मा की तरफ से आयोजन किया गया इस मौक पर समाज सेवक सुदेश विज व उनके बेटे प्यूष विज ने शिरकत की गई जानकारी देते हुए दयाल वर्मा ने कहा की हिंदू शास्त्रों में की जाने वाली “रूद्र अभिषेक” यह एक प्राचीन सनातनी धर्म अनुष्ठान है। ‘रूद्र’ यह शब्द भगवान शिव के तांडव रूप को दर्शाता है, और ‘पूजा’ उनकी की गयी साधना को। यह अनुष्ठान करने से उपासक को आंतरिक शांति और तृप्ति प्राप्त होती है। इस अनुष्ठान में भगवन शिव के रौद्र रूप की पूजा की जाती है जो की सभी बुरी शक्तिया, और बुरी उर्जाए का सर्वनाश करती है। सुदेश विज ने कहा की कई पुराने शास्त्रों में लिखित है की, रूद्र अभिषेक अनुष्ठान ग्रहो के हानिकारक दोष का निवारण करता है। जिस व्यक्ति के जन्म कुंडली में ग्रहो की गलत स्थान है वह भगवान शिव के क्रोध से प्रभावित करती है। इसीलिए, ग्रहो से बने हानिकारक दुष्परिणामों को दूर करने के लिए, रूद्र अभिषेक करना उचित माना गया है। कहा जाता है की, दोनों तरह की उर्जाए (सकारात्मक और नकारात्मक) वायुमंडल में होती है। सकारात्मक ऊर्जा ख़ुशी, समृद्धि, आनंद से जुडी है, और नकारात्मक ऊर्जा तनाव, बीमारिया, निंदा, आदि से संबंधित है। इस अनुष्ठान को करने से सभी नकारात्मक उर्जाए सकारात्मक परिवर्तित हो जाती है, जिससे जीवन में खुशियाली छा जाती है।संदीप वर्मा ने बताया की यह एक धार्मिक अनुष्ठान है जो भगवान शिव को समर्पित किया जाता है। जब कोई भगवान शिव को रूद्र अभिषेक जैसे अनुष्ठान करके खुश करता है तो वे उनपर आशीर्वाद प्रदान करते है। भगवान शिव के आशीर्वाद से किसी भी व्यक्ति के जीवन की सभी समस्याएं, ख़ुशी और स्थिरता , मन की शांति में बदल जाती है।इस मौके पर अमित वर्मा, सुनील कुमार, केतन, मोहित शर्मा, करण गंडोतरा,सुरिंदर बावा,शेखर आंनद, दिनेश कुमार, कुणाल शर्मा, आशु पंडित, दिनेश पड़ित, सोनू यादव, सुरेश कुमार, सन्नी,जोजी, प्रदीप,सतीश,रिंकू,विकास खन्ना, विक्की ढल, राजू वालिया, पंकज जुलका,राहुल,सुखदीप कौर प्रिती खुशी उपस्थिति रही   सावन मास के पावन उपलक्ष पर शिव पूरी धाम मे किशन पूरा मे महा रूद्र अभिषेक का आयोजन – Maha rudra abhishek organized at kishan pura in shiv puri dham on the auspicious occasion of sawan month

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जानिए बारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे। Know the benefits of twelve mukhi rudraksha.

जानिए बारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे। Know the benefits of twelve mukhi rudraksha.

12 मुखी रुद्राक्ष कई शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान करती है। बुद्धि, स्वास्थ्य, व्यवसाय, समृद्धि समेत अनेक लाभ के लिए लोग 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते हैं। इसके फायदे निम्लिखित हो सकते हैं: * बढ़ती बुद्धि और आत्मविश्वास: 12 मुखी रुद्राक्ष बुद्धि को बढ़ाती है और आत्मविश्वास में सुधार करती है। * स्वास्थ्य लाभ: इस रुद्राक्ष के धारण से शरीर को ऊर्जा मिलती है और रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है। * व्यावसायिक सफलता: इस रुद्राक्ष के धारण से व्यावसायिक सफलता में वृद्धि होती है और नौकरी में उन्नति होती है। * विवाह सम्बंधित समस्याओं का निवारण: इस रुद्राक्ष के धारण से विवाह से संबंधित समस्याएं कम होती हैं और विवाह के समय उत्तम फल प्राप्त होता है। * स्वप्न लक्ष्यों की प्राप्ति: इस रुद्राक्ष के धारण से स्वप्न लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता मिलती है। * रोगों से मुक्ति: इस रुद्राक्ष के धारण से शरीर की रक्षा होती है और रोगों से मुक्ति मिलती है। इनके अलावा, आध्यात्मिक साधना में इस रुद्राक्ष के धारण से आध्यात्मिक उन्नति होती है और मन की शांति मिलती है।   जानिए बारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे। Know the benefits of twelve mukhi rudraksha.

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भोलेनाथ को क्यों प्रिय है सावन का महीना, क्या है शिव और सावन का कनेक्शन? - Why is the month of sawan dear to bholenath, what is the connection between shiva and sawan?

भोलेनाथ को क्यों प्रिय है सावन का महीना, क्या है शिव और सावन का कनेक्शन? – Why is the month of sawan dear to bholenath, what is the connection between shiva and sawan?

अगर आप भगवान भोलेनाथ के भक्त हैं और पूरी भक्ति से उनकी आराधना करते हैं तो आपको ये बात तो जरूर पता होगी कि भगवान शिव को सावन  का महीना सबसे ज्यादा प्रिय होता है. कहते हैं जो भी भक्त सच्चे मन से सावन में शिव की उपासना करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि भगवान शिव को 12 महीनों में से सिर्फ सावन का महीना ही क्यों पसंद आता है. आखिर शिव और सावन का कनेक्शन क्या है. आइए आज आपको इसी बारे में हम बताते हैं. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माता सती ने ये प्रण लिया था कि जब भी उनका जन्म हो तो उन्हें भगवान शिव ही पति के स्वरूप में मिलें. इसके लिए उन्होंने अपने पिता राजा दक्ष के घर पर अपने शरीर को त्याग दिया था और हिमालय राज के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया. कहा जाता है कि माता पार्वती ने सावन के महीने में भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठिन तपस्या की, जिसके चलते ही आगे जाकर उनका विवाह भगवान शिव के साथ हुआ. ऐसे में भगवान शिव को सावन का महीना बहुत पसंद होता है. एक अन्य मान्यता के अनुसार, देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु सोते हैं और चतुर्दशी के दिन भगवान शिव भी सो जाते हैं और जब भगवान शिव सोते हैं तो उस दिन को श्यनोत्सव कहा जाता है. इस दौरान भोलेनाथ अपने रुद्रावतार में होते है. माना जाता है कि भगवान शिव जब अपने रूद्र अवतार में होते हैं, तो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन इस अवतार में वो रुष्ट भी जल्दी होते हैं. ऐसे में भगवान शिव का सावन के महीने में रुद्राभिषेक किया जाता है, ताकि इस पूजा से वो प्रसन्न हों और सभी को अपना आशीर्वाद दें. इतना ही नहीं कहा जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष को पिया था और पहली बार भगवान शिव पृथ्वी लोक पर अपने ससुराल सावन के महीने में ही आए थे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था. ऐसे में कहा जाता है कि सावन के महीने में हर साल भगवान शिव पृथ्वी पर आते हैं और सभी को अपना आशीष देते हैं. कहा जाता है कि इस माह में मर कंडू ऋषि के पुत्र मार्कण्डेय ने कठोर तपस्या कर शिव जी से आशीर्वाद प्राप्त किया था.   भोलेनाथ को क्यों प्रिय है सावन का महीना, क्या है शिव और सावन का कनेक्शन? – Why is the month of sawan dear to bholenath, what is the connection between shiva and sawan?

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Saavan mein aise karen bhole baaba kee pooja,hogee apaar krpa.

सावन में ऐसे करें भोले बाबा की पूजा,होगी अपार कृपा – Saavan mein aise karen bhole baaba kee pooja,hogee apaar krpa.

वैसे तो भोले बाबा को खुश करने में भक्त कोई कसर नहीं छोड़ते, लेकिन सावन में भोलेनाथ को खुश करने के लिए भक्त जी जान से जुट जाते हैं. सावन में भगवान शिव की पूजा अर्चना का खास महत्व होता है. खासतौर पर सोमवार को भगवान शिव (Lord Shiva) का दिन माना जाता है और इसलिए सावन सोमवार को भोलेनाथ की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है. कहते हैं कि इस दिन सच्चे भाव से भोले बाबा की पूजा करने वाले भक्तों की भगवान सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. तो अगर आपको भी भोलेनाथ की कृपा पाना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपकी मनोकामना जल्द पूरी हो तो  जानिए सावन सोमवार के दिन भोलेनाथ की पूजा करने का खास तरीका. सोमवार के दिन स्नान करने के बाद भगवान शिव के लिए व्रत का संकल्प लें. इसके बाद भगवान शिव की मूर्ति या फिर शिवलिंग के सामने लौंग का एक जोड़ा और थोड़ा सा कपूर रख दीजिए. ऐसा करने के बाद आपको 21 बार माला लेकर भगवान शिव का ध्यान करते हुए ॐ नमः: शिवाय का जाप करना होगा. 21 बार शिव के जाप के बाद लौंग के जोड़े और कपूर को अपनी मुट्ठी में बंद कर लीजिए. इसके बाद भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग (Shivlinga) के सामने अपनी मनोकामना दोहराते हुए इसे शिव मूर्ति या फिर शिवलिंग से स्पर्श करवाएं. अब लौंग के इस जोड़े और कपूर को किसी दीपक में रखकर शिवलिंग के आगे प्रज्वल्लित कर दें. इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होने के योग बनेंगे. आपको ध्यान रखना होगा कि इस दौरान आपको मन में किसी भी तरह के बुरे विचार नहीं लाने हैं. आप किसी भी तरह की माला का उपयोग करके ॐ नमः: शिवाय का जाप कर सकते हैं. आप चाहें तो रुद्राक्ष (Rudraksh) की माला ले सकते हैं और अगर रुद्राक्ष की माला ना मिले तो किसी अन्य पूजा की माला से जाप कर सकते हैं. सावन माह के सोमवार के दिन इस तरह से की गई पूजा आपको जरूर शुभ फल दिलाएगी क्योंकि अजर अमर अविनाशी कहे जाने वाले शिव बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं.   सावन में ऐसे करें भोले बाबा की पूजा,होगी अपार कृपा – Saavan mein aise karen bhole baaba kee pooja,hogee apaar krpa.

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महादेव से आशीर्वाद चाहते हैं तो, सावन में नंदी पर जल चढ़ाकर करें बस ये उपाय - If you want blessings from mahadev, just do this remedy by offering water on nandi in sawan.

महादेव से आशीर्वाद चाहते हैं तो, सावन में नंदी पर जल चढ़ाकर करें बस ये उपाय – If you want blessings from mahadev, just do this remedy by offering water on nandi in sawan.

सावन  का महीना शुरू हो रहा है और पूरे सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा होती है. इस महीने को हिंदू धर्म में भगवान शिव शंकर का महीना माना जाता है. माना जाता है कि इस महीने में शिव जी (Lord Shiva) की आराधना करने वाले भक्त को भोलेनाथ मनचाहा वर देते हैं. सावन में भोलेनाथ की पूजा के साथ ही माता पार्वती और भगवान गणेश, कार्तिकेय और नंदी महाराज की पूजा भी होती है. माना जाता है, इनकी पूजा करने और जल अर्पित करने से ही भोलेनाथ की पूजा का पूरा फल मिलता है. नंदी महाराज को भोलेनाथ का खास माना जाता है और माना जाता है कि भोलेनाथ नंदी जी की बात को नहीं टालते. इंसान के मन की मुराद भगवान शिव तक पहुंचाने के लिए नंदी जरिया बनते हैं, ऐसा माना जाता है सावन के महीने में भगवान शिव के अभिषेक का खास महत्व है. आप शिवालय में जाकर शिवजी को जल चढ़ाएं, अब बचे हुए जल को नंदी महाराज के उस पैर पर डालें जो भोलेनाथ की ओर बढ़ा होता है. अब अपने मन की मुराद नंदी महाराज के कान में बोल दें. जो भी कुछ आप भोलेनाथ से मांगना चाहते हैं उसे नंदी जी के कान में बोल दीजिए. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव शंकर तक नंदी महाराज ये प्रार्थनाएं पहुंचा देते हैं और शिवजी मुरादें पूरी करते हैं. इस बार 4 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही है और पहला सोमवार 10 जुलाई को है. उस दिन आप इस उपाय को अपनाएं. इसके अलावा सावन के हर सोमवार को विधि-विधान से शिवजी की पूजा अर्चना करें. इस बार सावन 59 दिनों का होगा और इसमें आठ सोमवार पड़ रहे हैं.   महादेव से आशीर्वाद चाहते हैं तो, सावन में नंदी पर जल चढ़ाकर करें बस ये उपाय – If you want blessings from mahadev, just do this remedy by offering water on nandi in sawan.

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शिव शक्ति मंदिर में यादव परिवार की और से करवाई गई मूर्ति स्थापना

शिव शक्ति मंदिर अरमान नगर में यादव परिवार की ओर से करवाई गई मूर्ति स्थापना सेंट्रल विधायक रमन अरोड़ा विशेष तौर पर हुए शामिल कहा सनातन धर्म अपनाने से देश की संस्कृति की रक्षा होगी जालंधर (ज्योति बब्बर) : अरमान नगर फेस-2 के शिव शक्ति मंदिर में मूर्ति स्थापना दिवस बड़ी श्रद्धा पूर्वक व धूमधाम से मनाया गया इस मौके पर विशेष रूप से सेंट्रल हलके से विधायक रमन अरोड़ा ने शिरकत करके वहां पर पहुंची संगत व मंदिर कमेटी को पावन दिन की शुभकामनाएं दी| इस दौरान विधायक ने भगवान की मूर्तियों का पूरे विधि विधान से पूजन कर स्थापना करवाई और कहा कि सभी को सनातन धर्म को अपने जीवन में अपनाना चाहिए | सनातन धर्म को अपनाने से देश की संस्कृति की रक्षा होगी | उन्होंने कहा कि सनातन सिद्धांतों की उपयोगिता पर देश में हर कार्य में सिद्ध होती है इस मौके पर आप वेलेंटियर बलवीर (बिट्टू), आशा रानी प्रधान , राज कुमार, हंस राज, नीरज कुमार, अनीता, दिवांश,रोहित कुमार, दिनेश यादव, कांता देवी,अरुणा,खनक,मनन, सीता देवी सुमन अनीता मधु, किरण, मेगा, सोमवती, ज्योति, किरण आदि उपस्थित थे

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पर्स में रखें ये 3 चीजें, सब ठीक हो जाएगा, पैसा आएगा। Keep these 3 things in purse, everything will be fine, money will come

पर्स में रखें ये 3 चीजें, सब ठीक हो जाएगा, पैसा आएगा। Keep these 3 things in purse, everything will be fine, money will come.

कई लोगों की अक्सर ये शिकायत होती है कि उन्हें जितनी मेहनत कर रहे हैं उतना मेहनताना नहीं मिल रहा. किस्मत में कुछ न कुछ आड़े आ जाता है. कुछ लोगों की शिकायत ये होती है कि उन्हें हर बात को लेकर मन में संशय बना रहता है. डर इस बात का लगता है कि कहीं कुछ बुरा ही न हो जाए. इस नेगेटिव थिंकिंग की वजह से वो अपना कॉन्फिडेंस खोते जाते हैं. पर, क्या आप जानते हैं कि पर्स में रखी बहुत मामूली और छोटी सी चीज आपकी ऐसी हर परेशानी का समाधान बन सकती हैं.  तीन ऐसी चीजें  जिन्हें पर्स में रखना चाहिए और एक ऐसी भी चीज  है जिसे सोते समय सिरहाने रखना चाहिए. खास बात ये है कि ये सारी चीजें हमारी अपनी रसोई में रखी होती हैं, रोज हमारी नजरों के सामने लेकिन हम उनके असर से अनजान हैं. उन्हें कैसे यूज करना है जान लीजिए. * इलायची पर्स में कम से कम पांच इलायची रखना चाहिए.  ऐसा करने से पैसा अट्रैक्ट होता है. *लौंग अगर आप निगेटिव एनर्जी के शिकार रहते हैं तो पर्स में कम से कम 9 लौंग अपने साथ रखना चाहिए. ऐसा करने से आप निगेटिव एनर्जी से दूर रहते हैं. * दालचीनी दालचीनी को अपने पर्स में रखिए. इसकी वजह से आपको बिजनेस और जॉब से जुड़े बेहतर ऑप्शन्स मिलते रहेंगे. * सौंफ एक छोटी सी पोटली बनाकर आपको उसमें सौंफ भरकर रखनी है. लेकिन इस पोटली को पर्स में नहीं रखना है.  आप इसे सोने से पहले अपने सिरहाने रख लें. ऐसा करने से नींद बहुत अच्छी आएगी और बुरे सपने दूर रहेंगे.   पर्स में रखें ये 3 चीजें, सब ठीक हो जाएगा, पैसा आएगा। Keep these 3 things in purse, everything will be fine, money will come.

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शुरू हो रहे हैं पवित्र सावन के दिन, जानें किस तारीख से हो रही है शुरुआत? Holy Sawan days are starting, know from which date it start.

शुरू हो रहे हैं पवित्र सावन के दिन, जानें किस तारीख से हो रही है शुरुआत? Holy Sawan days are starting, know from which date it start.

सावन का पवित्र माह आदिदेव भगवान शंकर को समर्पित है. इसी पवित्र माह में नागपंचमी का पर्व होगा और सोमवार का दिन भोलेनाथ की विशेष आराधना का रहेगा. शुद्ध सावन मास के कृष्ण पक्ष का आरंभ तो 4 जुलाई मंगलवार से होगा, लेकिन इस माह में अधिकमास का भी प्रारंभ होगा. अधिकमास के कारण 17 जुलाई, सोमवार को अमावस्या और सावन के सोमवार के व्रत के बाद 18 जुलाई, मंगलवार को अधिक श्रावण मास शुक्लपक्ष का प्रारंभ होगा.  नागपंचमी का पर्व 7 जुलाई शुक्रवार को होगा, जिस दिन कालसर्प योग के निवारण के लिए विशेष पूजन किया जाता है. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प योग है, उन्हें तो इस तारीख को अपनी डायरी में नोट करने के साथ ही मोबाइल पर रिमाइंडर भी लगा लेना चाहिए. उस दिन कालसर्प योग के निवारण के लिए निर्धारित पूजा को करने से कालसर्प योग का दोष समाप्त हो जाता है. वैसे भी कहा जाता है कि नाग देवता को प्रसन्न करने के लिए भोलेशंकर को प्रसन्न कर लीजिए, इसलिए सावन शुरू होते ही नित्य किसी भी शिवमंदिर में शिवलिंग पर एक लोटा जल अवश्य ही चढ़ाएं. इस बीच घर में रुद्राभिषेक भी प्लान कर सकते हैं.      शुरू हो रहे हैं पवित्र सावन के दिन, जानें किस तारीख से हो रही है शुरुआत? Holy Sawan days are starting, know from which date it start.

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ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਸੋਨੂੰ ਸਾਈਂ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਸੰਪੂਰਨ

ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਸੋਨੂੰ ਸਾਈਂ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਸੰਪੂਰਨ ਜਲੰਧਰ, ਰੋਹਿਤ ਭਾਟੀਆ, – ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਹਰ ਸਾਲ ਵਾਂਗ ਇਸ ਸਾਲ ਵੀ 19 ਜੂਨ ਦਿਨ ਸੋਮਵਾਰ ਸਵੇਰੇ 11 ਵਜੇ ਚਿਰਾਗ਼ ਅਤੇ ਝੰਡੇ ਦੀ ਰਸਮ ਤੋਂ ਆਰੰਭ ਹੋਇਆ 20 ਜੂਨ ਦਿਨ ਮੰਗਲਵਾਰ ਸ਼ਾਮ 5 ਵਜੇ ਦਾਤਾ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਮਹਿੰਦੀ ਦੀ ਰਸਮ ਅਤੇ 6 ਵਜੇ ਮਾਹੀ ਨਕਾਲ ਐਂਡ ਪਾਰਟੀ ਫਗਵਾੜੇ ਵਾਲੇ ਵੱਲੋਂ ਨਕਲਾਂ ਪੇਸ਼ ਕੀਤੀਆਂ ਗਈਆਂ 21 ਜੂਨ ਦਿਨ ਬੁੱਧਵਾਰ ਨੂੰ ਸ਼ਾਮ 7 ਵਜੇ ਸੂਫ਼ੀ ਕਲਾਕਾਰ ਜਗਦੇਵ ਸ਼ਹਿਜ਼ਾਦਾ ਨੇ ਦਾਤਾ ਮੈ ਕਮਲੀ ਤੇਰੀ ਕੋਈ ਨਾ ਸੁਣੇ ਫਰਿਆਦ ਮੇਰੀ ਕਲਾਮ ਗਾ ਕੇ ਮੇਲੇ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਵਾਤ ਕੀਤੀ। ਬਲਵੀਰ ਮਤੇਪੁਰੀਆ ਨੇ ਅੱਲ੍ਹਾ ਹੂ ਤੂੰਬਾ ਕਹਿੰਦਾ ਗਾ ਕੇ ਆਏ ਹੋਏ ਸਰੋਤਿਆਂ ਨੂੰ ਮੋਹਿਆ। ਜੱਸ ਧਾਲੀਵਾਲ ਨੇ ਬਜ਼ੁਰਗਾਂ ਬੋੜ ਵੇ ਤੇਰੀਆਂ ਪਲ ਪਲ ਲੋੜਾਂ ਕਲਾਮ ਜਦ ਗਾਇਆ ਤਾਂ ਸਰੋਤਿਆਂ ਦੇ ਰੌਂਗਟੇ ਖੜ੍ਹੇ ਹੋਗਏ। ਜੱਸਾ ਫਤਹਿਪੁਰੀ ਨੇ ਅਪਣਾ ਵਧੇਰੇ ਉਸਤਦ ਖੱਟਣ ਵਾਲਾ ਸੂਫ਼ੀ ਗੀਤ ਸਲਵਾਰਾਂ ਗਾ ਕੇ ਸੰਗਤਾਂ ਨੂੰ ਕੀਲਿਆ। ਜਿਸਦਾ ਸਾਰਾ ਕਾਰਜ ਪ੍ਰੀਤਮ ਸਵੀਟ ਸ਼ੋਪ ਵਾਲੀ ਗਲੀ 7, ਸਾਮ੍ਹਣੇ ਕ੍ਰਿਸ਼ਨਾ ਸਵੀਟ ਸ਼ੌਪ, ਰਾਮਾਂਮੰਡੀ , ਜਲੰਧਰ ਦਰਵਾਰ ਵਿਖੇ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਮੀਰਾ ਗੋਂਸਪਾਕ ਦਰਵਾਰ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਦੀ ਦੇਖਰੇਖ ਹੇਠ ਕੀਤਾ ਗਿਆ । ਇਸ ਮੌਕੇ ਐਮ ਐਲ ਏ ਰਮਨ ਅਰੋੜਾ ਮੁੱਖ ਮਹਿਮਾਨ ਤੌਰ ਤੇ ਪੁੱਜੇ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਦਰਵਾਰ ਵਲੋਂ ਉਚੇਚੇ ਤੌਰ ਤੇ ਸਨਮਾਨਿਤ ਵੀ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਸਮਾਜ ਸੇਵਕ ਵਿਕੀ ਤੁਲਸੀ ਨੇ ਮੇਲੇ ਦੀ ਸਿਫਤ ਕਰਦੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੋਨੂੰ ਸਾਈਂ ਜੀ ਰੂਹਾਨੀਅਤ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀਕ ਹਨ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਉਤੇ ਸੱਚਮੁੱਚ ਮੀਰਾ ਗੋਸਪਾਕ ਦਾ ਰਹਿਮਤ ਤੇ ਕਿਰਪਾ ਭਰਿਆ ਹੱਥ ਰੱਖਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ ਜੌ ਆਪਣੀਆ ਰਹਿਮਤਾਂ ਤੇ ਬਖਸ਼ਿਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਸੰਗਤਾਂ ਨੂੰ ਤਾਰ ਰਹੇ ਹਨ ਦਰਵਾਰ ਮੁੱਖ ਸੇਵਾਦਾਰ ਤੇ ਗੱਧੀਨਸ਼ੀਨ ਸ਼੍ਰੀ ਸੋਨੂੰ ਸਾਈਂ ਜੀ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕੇ ਹਰ ਸਾਲ ਮੀਰਾ ਗੌਸਪਾਕ ਦੇ ਵਾਲੇ ਵਿਆਹ ਦੇ ਦਿਨ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜੌ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰ ਵੀ 3 ਦਿਨ ਤੱਕ ਸਰਕਾਰਾਂ ਦਾ ਮੇਲਾ ਕਰਵਾਇਆ ਗਿਆ। ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਆਈਆਂ ਹੋਈਆਂ ਸੰਗਤਾਂ ਲਈ 3 ਦਿਨਾਂ ਤੱਕ ਲਗਾਤਾਰ ਲੰਗਰ ਦਾ ਖਾਸ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸਭ ਸਾਧ ਸੰਗਤਾਂ ਨੇ ਮੇਲੇ ਵਿਚ ਪੁੱਜ ਕੇ ਮੇਲੇ ਨੂੰ ਚਾਰ ਚਾਰ ਲਾਏ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਐਮ ਐਲ ਏ ਰਮਨ ਅਰੋੜਾ, ਵਿੱਕੀ ਤੁਲਸੀ, ਪ੍ਰਬਜਿਤ, ਗੁਰਦੀਪ, MLA ਰਾਜਿੰਦਰ ਬੇਰੀ, ਤੇ ਅਨੇਕਾਂ ਪਤਵੰਤੇ ਸੱਜਣਾ ਨੇ ਹਾਜ਼ਰੀ ਭਰੀ।

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ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ 19 ਤੋਂ 21 ਜੂਨ ਤੱਕ ਰਾਮਾਂਮੰਡੀ ਵਿਖੇ ਹੋਵੇਗਾ

ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ 19 ਤੋਂ 21 ਜੂਨ ਤੱਕ ਰਾਮਾਂਮੰਡੀ ਵਿਖੇ ਹੋਵੇਗਾ ਜਲੰਧਰ – ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਹਰ ਸਾਲ ਵਾਂਗ ਇਸ ਸਾਲ ਵੀ 19 ਜੂਨ ਦਿਨ ਸੋਮਵਾਰ ਸਵੇਰੇ 11 ਵਜੇ ਚਿਰਾਗ਼ ਅਤੇ ਝੰਡੇ ਦੀ ਰਸਮ ਤੋਂ ਆਰੰਭ ਹੋਵੇਗਾ 20 ਜੂਨ ਦਿਨ ਮੰਗਲਵਾਰ ਸ਼ਾਮ 5 ਵਜੇ ਦਾਤਾ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਮਹਿੰਦੀ ਦੀ ਰਸਮ ਅਤੇ 6 ਵਜੇ ਨਕਾਲ ਪਾਰਟੀ ਵੱਲੋਂ ਨਕਲਾਂ ਪੇਸ਼ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਣਗੀਆਂ 21 ਜੂਨ ਦਿਨ ਬੁੱਧਵਾਰ ਨੂੰ ਸ਼ਾਮ 7 ਵਜੇ ਦਾਤਾ ਹਜੂਰ ਦੇ ਮੁੱਖ ਮੇਲੇ ਦਾ ਆਗਾਜ਼ ਹੋਵੇਗਾ ਤੇ ਰਾਤ ਭਰ ਦਾਤਾ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਹੁਕਮ ਤੱਕ ਚਲਦਾ ਰਹੇਗਾ ਜਿਸਦਾ ਸਾਰਾ ਕਾਰਜ ਪ੍ਰੀਤਮ ਸਵੀਟ ਸ਼ੋਪ ਵਾਲੀ ਗਲੀ 7, ਸਾਮ੍ਹਣੇ ਕ੍ਰਿਸ਼ਨਾ ਸਵੀਟ ਸ਼ੌਪ, ਰਾਮਾਂਮੰਡੀ , ਜਲੰਧਰ ਦਰਵਾਰ ਵਿਖੇ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਮੀਰਾ ਗੋਂਸਪਾਕ ਦਰਵਾਰ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਦੀ ਦੇਖ ਰੇਖ ਹੇਠ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਦਰਵਾਰ ਮੁੱਖ ਸੇਵਾਦਾਰ ਤੇ ਗੱਧੀਨਸ਼ੀਨ ਸ਼੍ਰੀ ਸੋਨੂੰ ਸਾਈਂ ਜੀ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕੇ ਹਰ ਸਾਲ ਮੀਰਾ ਗੌਸਪਾਕ ਦੇ ਵਿਆਹ ਦੇ ਦਿਨ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜੀ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰ ਵੀ 3 ਦਿਨ ਤੱਕ ਸਰਕਾਰਾਂ ਦਾ ਮੇਲਾ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾ ਰੇਹਾ ਹੈ। ਜਿਸ ਦੌਰਾਨ 21 ਜੂਨ ਸ਼ਾਮ 7 ਵਜੇ ਦਰਵਾਰੀ ਕਵਾਲ ਵਲੋਂ ਮੇਲੇ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਵਾਤ ਹੋਵੇਗੀ ਸੂਫ਼ੀ ਕਲਾਕਾਰ ਜੱਸਾ ਫਤਹਿਪੁਰੀਆ, ਜੱਸ ਧਾਲੀਵਾਲ, ਜਗਦੇਵ ਸ਼ੇਹਜਾਦਾ, ਬਲਵਿੰਦਰ ਮਤੇਹਪੁਰੀਆ ਮੇਲੇ ਦੌਰਾਨ ਸੂਫ਼ੀਆਨਾ ਕਲਾਮਾ ਰਾਹੀਂ ਮੁੱਖ ਹਾਜਰੀਆਂ ਭਰਨਗੇ। ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਆਈਆਂ ਹੋਈਆਂ ਸੰਗਤਾਂ ਲਈ 3 ਦਿਨ ਲੰਗਰ ਦਾ ਖਾਸ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਸਭ ਸਾਧ ਸੰਗਤਾਂ ਨੂੰ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਹਮਹੁਮਾਂ ਕੇ ਪਹੁੰਚਣ ਦੀ ਬੇਨਤੀ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।

ਗੋਂਸਲੇਅਜਮ ਮੀਰਾ ਗਿਆਰਵੀਂ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ 9ਵਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਮੇਲਾ 19 ਤੋਂ 21 ਜੂਨ ਤੱਕ ਰਾਮਾਂਮੰਡੀ ਵਿਖੇ ਹੋਵੇਗਾ Read More »