JPB NEWS 24

Headlines

Politics

शिवसेना (यूबीटी) अकेले लड़ेगी स्थानीय निकाय चुनाव: संजय राउत - Shiv sena (UBT) will fight the local body elections alone: ​​Sanjay raut

शिवसेना (यूबीटी) अकेले लड़ेगी स्थानीय निकाय चुनाव: संजय राउत – Shiv sena (UBT) will fight the local body elections alone: ​​Sanjay raut

शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी। संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने कहा कि इंडिया ब्लॉक और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन का दायरा लोकसभा और विधानसभा चुनावों तक सीमित रहेगा। संजय राउत ने स्पष्ट किया कि गठबंधन की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं को पर्याप्त अवसर नहीं मिलते, जिससे संगठनात्मक विकास प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, हम मुंबई, ठाणे, नागपुर और अन्य नगर निगमों, जिला परिषदों और पंचायतों के चुनाव अपनी ताकत के बल पर लड़ेंगे। राउत ने यह भी बताया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संगठन को संकेत दिए हैं कि शिवसेना (यूबीटी) को स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने चाहिए। एमवीए की हार को लेकर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार पर आरोप-प्रत्यारोप को लेकर राउत ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, जो लोग आम सहमति और समझौते में विश्वास नहीं करते, उन्हें गठबंधन में रहने का कोई अधिकार नहीं है। संजय राउत ने यह भी कहा कि कांग्रेस को गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते इंडिया ब्लॉक की बैठक बुलाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की इस टिप्पणी पर कि उन्होंने अपने भाषणों में कृषि ऋण माफी का जिक्र नहीं किया, राउत ने जवाब देते हुए कहा, भले ही उन्होंने इसके बारे में बात न की हो, लेकिन भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में कृषि ऋण माफी और लाडकी बहिन योजना का उल्लेख है। यह उनकी जिम्मेदारी है कि इन वादों को लागू करें। अजीत पवार भाजपा सरकार में वित्त मंत्री हैं, और उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पॉडकास्ट टिप्पणी कि वह इंसान हैं और गलतियां कर सकते हैं, पर राउत ने व्यंग्य करते हुए कहा, वह (मोदी) भगवान हैं। मैं उन्हें इंसान नहीं मानता। भगवान भगवान हैं। यदि कोई उन्हें भगवान का अवतार घोषित करता है, तो वह इंसान कैसे हो सकते हैं? अगर वह कहते हैं कि वह इंसान हैं, तो कुछ गड़बड़ है। इसमें केमिकल लोचा है।   शिवसेना (यूबीटी) अकेले लड़ेगी स्थानीय निकाय चुनाव: संजय राउत – Shiv sena (UBT) will fight the local body elections alone: ​​Sanjay raut

शिवसेना (यूबीटी) अकेले लड़ेगी स्थानीय निकाय चुनाव: संजय राउत – Shiv sena (UBT) will fight the local body elections alone: ​​Sanjay raut Read More »

केजरीवाल: भाजपा की मतदाता सूची में 'धोखाधड़ी' के अहम सबूत पेश करेगी आप - Kejriwal: AAP will present crucial evidence of 'fraud' in BJP voter list

केजरीवाल: भाजपा की मतदाता सूची में ‘धोखाधड़ी’ के अहम सबूत पेश करेगी आप – Kejriwal: AAP will present crucial evidence of ‘fraud’ in BJP voter list

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह शनिवार सुबह 11 बजे गली गलोच पार्टी द्वारा दिल्ली की मतदाता सूची में कथित बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के पुख्ता सबूत देश के सामने पेश करेंगे। केजरीवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, आज सुबह 11 बजे, संजय सिंह जी देश के सामने दिल्ली की मतदाता सूची में गली गलोच पार्टी’ द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के बड़े सबूत पेश करेंगे। शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप सांसद संजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि गली गलोच पार्टी के नेताओं ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 1,100 रुपये तक बांटे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने अपने नेताओं को 10,000 रुपये प्रति व्यक्ति दिए, लेकिन उनमें से 9,000 रुपये बचाकर केवल 1,100 रुपये मतदाताओं में बांटे गए। संजय सिंह ने सवाल उठाया, क्या आपने अपने नेताओं को मतदाताओं में बांटने के लिए 1,100 रुपये दिए थे? अगर नहीं, तो सच्चाई जनता के सामने रखें। दिल्ली के लोग अब गली गलोच पार्टी के भ्रष्टाचार को जान चुके हैं। अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मतदान धोखाधड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय चुनाव अधिकारी (डीईओ) ने भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और धोखाधड़ी में उनका साथ दे रहे हैं। केजरीवाल ने कहा, नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 15 दिसंबर से 7 जनवरी तक वोट रद्द करने के लिए 5,500 फर्जी आवेदन आए हैं। पिछले 15 दिनों में कुल 13,000 फर्जी आवेदन दर्ज किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन आवेदनों में नामित लोगों ने खुद को आवेदन करने से इनकार कर दिया है। केजरीवाल ने चुनाव आयोग से अपील की कि इस घोटाले की सख्त जांच हो और स्थानीय डीईओ व ईआरओ को तत्काल निलंबित किया जाए। आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि दिल्ली में ऐसी धोखाधड़ी गतिविधियों पर रोक लगे। साथ ही, उन्होंने मतदाता सूची में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने पर जोर दिया। संजय सिंह आज अपने आरोपों के समर्थन में दस्तावेज और अन्य सबूत पेश करेंगे। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इन दावों पर भाजपा और अन्य संबंधित पक्ष क्या प्रतिक्रिया देते हैं।   केजरीवाल: भाजपा की मतदाता सूची में ‘धोखाधड़ी’ के अहम सबूत पेश करेगी आप – Kejriwal: AAP will present crucial evidence of ‘fraud’ in BJP voter list

केजरीवाल: भाजपा की मतदाता सूची में ‘धोखाधड़ी’ के अहम सबूत पेश करेगी आप – Kejriwal: AAP will present crucial evidence of ‘fraud’ in BJP voter list Read More »

सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी ने यह फैसला लिया - Shiromani akali dal working committee took this decision regarding sukhbir badal resignation

सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी ने यह फैसला लिया – Shiromani akali dal working committee took this decision regarding sukhbir badal resignation

पंजाब की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख पद से सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे को पार्टी की वर्किंग कमेटी ने आज आधिकारिक रूप से मंजूर कर लिया है। यह फैसला आज शिरोमणि अकाली दल की वर्किंग कमेटी की विशेष बैठक में लिया गया। सुखबीर सिंह बादल, जो 2008 से लगातार पार्टी प्रधान के पद पर बने हुए थे, ने 16 नवंबर 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यह कदम तब उठाया गया जब पार्टी के भीतर बागी धड़े ने उनके नेतृत्व के खिलाफ अकाल तख्त में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के आधार पर सुखबीर बादल को अकाल तख्त में तलब किया गया और उन्हें “तनखाइया” करार दिया गया था। पार्टी प्रधान के पद से इस्तीफा देने के बावजूद इस पर अंतिम निर्णय लंबित था। आज की बैठक में वर्किंग कमेटी ने सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया, जिससे पार्टी के नेतृत्व में बदलाव का मार्ग प्रशस्त हो गया है। सुखबीर बादल के इस्तीफे के बाद शिरोमणि अकाली दल के अगले नेता को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और वर्किंग कमेटी के सदस्यों के बीच यह चर्चा हो रही है कि पार्टी को किस दिशा में आगे ले जाया जाए। सुखबीर बादल ने 2008 में अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद पार्टी की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल ने कई चुनाव लड़े और पंजाब की राजनीति में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, 2024 में पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ा, जिसके कारण उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।   सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी ने यह फैसला लिया – Shiromani akali dal working committee took this decision regarding sukhbir badal resignation

सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी ने यह फैसला लिया – Shiromani akali dal working committee took this decision regarding sukhbir badal resignation Read More »

अरविंद केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल को अपनाना चाहिए: प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ - Arvind kejriwal's governance model should be adopted: Spokesperson priyanka kakkar

अरविंद केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल को अपनाना चाहिए: प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ – Arvind kejriwal’s governance model should be adopted: Spokesperson priyanka kakkar

आम आदमी पार्टी (आप) की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के शासन मॉडल की प्रशंसा की। कक्कड़ ने कहा कि केजरीवाल द्वारा पेश किया गया शासन मॉडल पूरे देश के लिए एक मिसाल है। उन्होंने इसे कम महंगाई, सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय और न्यूनतम बेरोजगारी का उदाहरण बताया। प्रियंका कक्कड़ ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने ऐसा शासन मॉडल पेश किया है जो सभी वर्गों का ध्यान रखता है। कम महंगाई, ज्यादा आय और न्यूनतम बेरोजगारी जैसे वादों को पूरा करते हुए उन्होंने लाभकारी बजट पेश किया। यह केवल एक अकाउंट्स जादूगर ही कर सकता है। इस मॉडल को पूरे देश को अपनाना चाहिए। इस बीच, दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और आप के बीच सियासी तनाव बढ़ता जा रहा है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें “झूठ का पर्याय” बताया। सचदेवा ने कहा, केजरीवाल ने कई वादे किए, लेकिन उन्हें पूरा करने में विफल रहे। उनका एकमात्र सच यह है कि उनके सहयोगी और पार्टी सदस्य जेल जा रहे हैं। सचदेवा ने दावा किया कि केजरीवाल ने वादे किए थे कि वे सरकारी गाड़ी और बंगला नहीं लेंगे, यमुना को साफ करेंगे और महिलाओं को 1,000 रुपये देंगे। इनमें से किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया, उन्होंने आरोप लगाया। भाजपा ने केजरीवाल के ‘शीश महल’ विवाद को लेकर भी आप पर तीखा हमला किया है। भाजपा ने दिल्ली में “शीश महल” के पोस्टर लगाए और मॉडल ट्रकों के जरिए इसे हर विधानसभा क्षेत्र में प्रदर्शित किया। दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री आतिशी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास उपलब्ध था, फिर भी उन्होंने इसका उपयोग नहीं किया। दिल्ली में चुनाव 5 फरवरी को होंगे और मतगणना 8 फरवरी को होगी। आम आदमी पार्टी, जिसने पिछले दो कार्यकालों में भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी, इस बार भाजपा और कांग्रेस से कड़ी चुनौती का सामना कर रही है। केजरीवाल के मॉडल को लेकर सियासत गरमाई हुई है और आने वाले चुनावों में यह मुद्दा दोनों पक्षों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।   अरविंद केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल को अपनाना चाहिए: प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ – Arvind kejriwal’s governance model should be adopted: Spokesperson priyanka kakkar

अरविंद केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल को अपनाना चाहिए: प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ – Arvind kejriwal’s governance model should be adopted: Spokesperson priyanka kakkar Read More »

संजय राउत का दावा - अजीत पवार गुट एनसीपी के सांसदों को अपने पक्ष में लाने की कर रहा कोशिश - Sanjay raut claims - Ajit pawar faction is trying to get NCP MPs on its side

संजय राउत का दावा – अजीत पवार गुट एनसीपी के सांसदों को अपने पक्ष में लाने की कर रहा कोशिश – Sanjay raut claims – Ajit pawar faction is trying to get NCP MPs on its side

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बुधवार को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अपने प्रतिद्वंद्वी गुट एनसीपी (एसपी) के नेताओं को दलबदल के लिए प्रलोभन दे रही है। राउत ने यह भी दावा किया कि दलबदल करने वालों को केंद्र सरकार में मंत्री पद का आश्वासन दिया गया है। यह टिप्पणी एनसीपी नेता अमोल मिटकती के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के कुछ लोकसभा सदस्य अजीत पवार के संपर्क में हैं। एनसीपी (एसपी) विधायक और पूर्व राज्य मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी आरोप लगाया कि अजीत पवार गुट के राज्य प्रमुख सुनील तटकरे ने शरद पवार गुट के सांसदों को पिता और बेटी (शरद पवार और सुप्रिया सुले) को छोड़ने के लिए कहा है। आव्हाड ने दावा किया कि यह प्रस्ताव सांसदों को दलबदल के लिए मजबूर करने का प्रयास था। आव्हाड ने कहा, अगर दोनों एनसीपी गुटों को एकजुट होना है, तो सुनील तटकरे हमारे लोकसभा सदस्यों को पाला बदलने का प्रस्ताव क्यों देंगे? उनका सुझाव साफ तौर पर पिता-पुत्री को छोड़ने का था। तटकरे खुद नहीं चाहते कि शरद पवार और सुप्रिया सुले का गुट एकजुट हो। संजय राउत ने कहा, जब तक शरद पवार गुट से दलबदल नहीं होता, अजीत पवार गुट को केंद्र सरकार में कोई पद नहीं मिलेगा। राउत ने यह भी आरोप लगाया कि प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को शरद पवार गुट के नेताओं को तोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिलहाल, अजीत पवार गुट के पास केवल एक लोकसभा सांसद, सुनील तटकरे, हैं, जबकि शरद पवार गुट (एनसीपी एसपी) के पास आठ लोकसभा सदस्य हैं। जितेंद्र आव्हाड ने यह भी कहा कि एनसीपी के दोनों गुटों के एक होने की खबरें केवल एक राजनीतिक संदेश देने का प्रयास हैं। उन्होंने दावा किया कि इसका उद्देश्य भाजपा सहयोगी और जेडी(यू) नेता नीतीश कुमार पर दबाव बनाना है, ताकि भाजपा को अन्य दलों से समर्थन मिलने का संकेत दिया जा सके।   संजय राउत का दावा – अजीत पवार गुट एनसीपी के सांसदों को अपने पक्ष में लाने की कर रहा कोशिश – Sanjay raut claims – Ajit pawar faction is trying to get NCP MPs on its side

संजय राउत का दावा – अजीत पवार गुट एनसीपी के सांसदों को अपने पक्ष में लाने की कर रहा कोशिश – Sanjay raut claims – Ajit pawar faction is trying to get NCP MPs on its side Read More »

जालंधर में मेयर चुनाव से पहले सियासी हलचल, भाजपा पार्षद सत्या रानी आम आदमी पार्टी में शामिल - Political stir before mayor election in jalandhar, BJP councillor satya rani joins aam aadmi party

जालंधर में मेयर चुनाव से पहले सियासी हलचल, भाजपा पार्षद सत्या रानी आम आदमी पार्टी में शामिल – Political stir before mayor election in jalandhar, BJP councillor satya rani joins aam aadmi party

जालंधर में नगर निगम मेयर के चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा को बड़ा झटका देते हुए जालंधर कैंट से मौजूदा भाजपा पार्षद सत्या रानी ने आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होने का ऐलान किया। कैबिनेट मंत्री महेंद्र भगत ने सत्या रानी का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया। सत्या रानी ने वार्ड नंबर 17 से भाजपा की टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन अब उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। नगर निगम चुनावों के नतीजे आने के बाद से ही जालंधर में मेयर की कुर्सी को लेकर सियासी खींचतान चल रही है। आम आदमी पार्टी ने इस दौरान अपनी स्थिति मजबूत करते हुए कई पार्षदों को अपने साथ मिलाया है। अब सत्या रानी के AAP में शामिल होने के बाद पार्टी के पास मेयर पद के लिए जरूरी बहुमत और मजबूत हो गया है। चुनावों के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, जिससे भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। जालंधर में इस सियासी बदलाव के बाद नगर निगम मेयर की दौड़ और भी दिलचस्प हो गई है।   जालंधर में मेयर चुनाव से पहले सियासी हलचल, भाजपा पार्षद सत्या रानी आम आदमी पार्टी में शामिल – Political stir before mayor election in jalandhar, BJP councillor satya rani joins aam aadmi party

जालंधर में मेयर चुनाव से पहले सियासी हलचल, भाजपा पार्षद सत्या रानी आम आदमी पार्टी में शामिल – Political stir before mayor election in jalandhar, BJP councillor satya rani joins aam aadmi party Read More »

'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक पर चर्चा के लिए आज जेपीसी की पहली बैठक - JPC first meeting today to discuss 'One nation, one election' bill

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक पर चर्चा के लिए आज जेपीसी की पहली बैठक – JPC first meeting today to discuss ‘One nation, one election’ bill

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बुधवार को बैठक करेगी। यह विधायी पहल लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की योजना है, जो वर्तमान राजनीतिक माहौल में चर्चा का विषय बनी हुई है। बैठक का उद्देश्य विधेयक की गहन समीक्षा करना और विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा करना है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य पूरे भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराना है, जिससे चुनावी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सके। यह विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किया गया था और व्यापक जांच के लिए जेपीसी को सौंपा गया है। जेपीसी की पहली बैठक आज सुबह 11 बजे होगी, जिसमें कानून और न्याय मंत्रालय के अधिकारी प्रस्ताव पर अपनी प्रस्तुति देंगे। 31 सदस्यीय समिति का नेतृत्व भाजपा सांसद पीपी चौधरी कर रहे हैं, और इसमें लोकसभा और राज्यसभा के कई वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं। सदस्यों में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और मनीष तिवारी, एनसीपी की सुप्रिया सुले, टीएमसी के कल्याण बनर्जी और भाजपा के बांसुरी स्वराज और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस प्रस्ताव को अलोकतांत्रिक करार दिया है। उनका तर्क है कि यह व्यवस्था राष्ट्रीय दलों को क्षेत्रीय दलों के मुकाबले अनुचित लाभ पहुंचाएगी। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने इसे जटिल और चुनौतीपूर्ण बताया, जिसे लागू करना आसान नहीं होगा। वामपंथी दलों ने भी इस प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि यह भारत के संघीय ढांचे और राज्य विधानसभाओं की स्वायत्तता को कमजोर करेगा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), CPI (मार्क्सवादी), CPI (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक संयुक्त बयान में इसे सत्ता केंद्रीकरण का प्रयास बताया। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस प्रस्ताव का बचाव करते हुए इसे व्यावहारिक और महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इससे चुनावों की बारंबारता कम होगी, जिससे जनता पर बोझ और चुनावी खर्च दोनों में कमी आएगी। जेपीसी अध्यक्ष पीपी चौधरी ने कहा कि यदि आदर्श आचार संहिता कम बार लागू होती है, तो विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने चुनावों के अलग-अलग समय पर होने के कारण बढ़ते खर्च और जनता की थकावट को भी रेखांकित किया।   ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक पर चर्चा के लिए आज जेपीसी की पहली बैठक – JPC first meeting today to discuss ‘One nation, one election’ bill

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक पर चर्चा के लिए आज जेपीसी की पहली बैठक – JPC first meeting today to discuss ‘One nation, one election’ bill Read More »

भाजपा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, आप ने फर्जी दस्तावेजों पर आधारित बताया - BJP attacks kejriwal, AAP says it is based on fake documents

भाजपा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, आप ने फर्जी दस्तावेजों पर आधारित बताया – BJP attacks kejriwal, AAP says it is based on fake documents

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को दावा किया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास से जुड़े 139 सवाल उठाए गए हैं। सचदेवा ने इसे केजरीवाल के काले कारनामों का खुलासा बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने इस आरोप को भाजपा की भटकाने की क्लासिक रणनीति करार दिया और कहा कि भगवा पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले नैरेटिव की लड़ाई हार चुकी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि CAG की 2022 की रिपोर्ट में केजरीवाल के बंगले के पुनर्निर्माण पर 33.66 करोड़ रुपये खर्च होने का जिक्र है। उन्होंने दावा किया कि वास्तविक लागत 75-80 करोड़ रुपये तक हो सकती है। उन्होंने कहा, यह रिपोर्ट 2022 तक के खर्चों को कवर करती है, जबकि 2023 और 2024 के खर्चों का अब तक खुलासा नहीं हुआ है। सचदेवा ने यह भी आरोप लगाया कि बंगले का पुनर्निर्माण बिना दिल्ली शहरी कला आयोग और दिल्ली नगर निगम की अनुमति के किया गया। उन्होंने सवाल किया, क्या एक मुख्यमंत्री को अनधिकृत निर्माण कर दिल्ली में ऐसा संदेश देना चाहिए? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की अनदेखी कर शीश महल बनवाया। संजय सिंह ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि CAG की रिपोर्ट अभी तक सीलबंद लिफाफे में है और विधानसभा में पेश नहीं की गई। उन्होंने भाजपा पर जाली दस्तावेज और फर्जी कहानियां फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं का भ्रष्टाचार पर भाषण देना वैसा ही है जैसे ओसामा बिन लादेन का शांति का उपदेश देना। सिंह ने दावा किया कि CAG की रिपोर्ट ने भाजपा शासित राज्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा किया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी बंगले के पुनर्निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं कीं। आरोप है कि लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सरकारी एजेंसी के रूप में काम करने के बजाय केजरीवाल को खुश करने के लिए निजी संगठन की तरह काम किया। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने केजरीवाल पर हमले तेज कर दिए हैं। भाजपा ने इस मुद्दे को नैरेटिव की लड़ाई के रूप में पेश किया है। वहीं, AAP का कहना है कि भाजपा के पास दिल्ली के लिए कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है, इसलिए वे फर्जी आरोपों के जरिए जनता का ध्यान भटका रहे हैं।   भाजपा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, आप ने फर्जी दस्तावेजों पर आधारित बताया – BJP attacks kejriwal, AAP says it is based on fake documents

भाजपा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, आप ने फर्जी दस्तावेजों पर आधारित बताया – BJP attacks kejriwal, AAP says it is based on fake documents Read More »

जालंधर में कांग्रेस कर सकती है आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग में उलझाने की कोशिश - In jalandhar, Congress may try to engage aam aadmi party in cross voting

जालंधर में कांग्रेस कर सकती है आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग में उलझाने की कोशिश – In jalandhar, Congress may try to engage aam aadmi party in cross voting

21 दिसंबर को संपन्न हुए जालंधर नगर निगम चुनावों के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने हाउस में बहुमत हासिल कर लिया है, लेकिन अब तक मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के नामों की घोषणा नहीं की गई है। इस देरी ने शहर में राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया है और कांग्रेस इस स्थिति का पूरा लाभ उठाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस ने प्रचार शुरू कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के आंतरिक मतभेदों और देरी का फायदा उठाकर वह मेयर के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करवा सकती है। कांग्रेस का दावा है कि दिल्ली, पंजाब और स्थानीय स्तर पर आप के बीच तालमेल की कमी के कारण अभी तक मेयर का नाम फाइनल नहीं हो पाया है। कांग्रेस नेता अब विपक्षी कैंडिडेट्स को खड़ा करने की योजना बना रहे हैं। जिला कांग्रेस के प्रमुख राजेंद्र बेरी के नेतृत्व में इस रणनीति पर बैठकें भी हो चुकी हैं। कांग्रेस की योजना है कि यदि आप के भीतर बगावत होती है, तो इसका सीधा फायदा उनके उम्मीदवार को होगा। कांग्रेस यह भी मांग करने जा रही है कि मेयर का चुनाव बैलेट पेपर के जरिए किया जाए, न कि हाथ उठाकर। इससे वे आप के पार्षदों में संभावित बगावत को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे। आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता मानते हैं कि मेयर चुनाव में देरी से अफवाहों को बल मिल रहा है, जिससे पार्टी का ग्राफ गिर रहा है। यह भी चर्चा है कि कांग्रेस नेता आप के पार्षदों को क्रॉस वोटिंग के लिए प्रेरित कर सकते हैं। कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह भापा और पार्षद हरशरण कौर हैप्पी इस पूरे मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भापा के आप और कांग्रेस दोनों में मजबूत संबंध हैं, और उनकी नजदीकियां कई आप पार्षदों के साथ जानी-मानी हैं। सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी लोहड़ी के आसपास जालंधर के मेयर का चुनाव कराने की योजना बना रही है। पार्टी जल्द से जल्द हाउस की पहली बैठक बुलाकर मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों का चुनाव करना चाहती है। नए मेयर के सामने बड़ी चुनौतियां होंगी। मेयर पद संभालते ही उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए सक्रिय होना होगा। इसके बाद फरवरी-मार्च में जालंधर निगम का बजट पास कराने की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर होगी। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण 2020 और 2021 में जालंधर निगम की बजट बैठकें नहीं हो सकीं। 2022 में पार्षद हाउस भंग हो गया था, और मार्च 2024 तक निगम चुनाव नहीं हो सके। अब 2025 में जनप्रतिनिधि निगम का बजट पास करेंगे।   जालंधर में कांग्रेस कर सकती है आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग में उलझाने की कोशिश – In jalandhar, Congress may try to engage aam aadmi party in cross voting

जालंधर में कांग्रेस कर सकती है आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग में उलझाने की कोशिश – In jalandhar, Congress may try to engage aam aadmi party in cross voting Read More »

ममता ने बनाई वो लोकप्रिय पार्टी, जो नेताजी भी नहीं बना सके: टीएमसी नेता - Mamata created the popular party that even netaji could not create: TMC leader

ममता ने बनाई वो लोकप्रिय पार्टी, जो नेताजी भी नहीं बना सके: टीएमसी नेता – Mamata created the popular party that even netaji could not create: TMC leader

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने रविवार को कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने एक लोकप्रिय राजनीतिक पार्टी बनाने में सफलता पाई, जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान नेता भी संसदीय राजनीति में हासिल नहीं कर सके। घोष ने कहा कि नेताजी ने 1939 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया था, लेकिन संसदीय राजनीति में ज्यादा सफलता नहीं मिली। घोष ने कहा, नेताजी स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक नायक थे, लेकिन एक लोकप्रिय पार्टी बनाने में वह सफल नहीं हो सके। इसके विपरीत, ममता बनर्जी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस का गठन किया और इसे पश्चिम बंगाल में सत्ता तक पहुंचाया। 1997 में कांग्रेस से निष्कासन के बाद, ममता बनर्जी ने 1998 में टीएमसी का गठन किया। उन्होंने 2011 में राज्य में वाम मोर्चे के 34 वर्षों के शासन को समाप्त कर तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में लाने में सफलता पाई। घोष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने ममता बनर्जी की अदम्य लड़ाकू भावना को कभी पहचाना ही नहीं। उन्होंने कहा, बंगाल के लोगों ने ममता बनर्जी के निष्कासन को स्वीकार नहीं किया। यही कारण है कि उन्होंने बनर्जी और उनकी पार्टी को पूरा समर्थन दिया। पूर्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने भी हाल ही में दावा किया कि बनर्जी के निष्कासन के बाद कांग्रेस पार्टी को पश्चिम बंगाल में बड़ा नुकसान हुआ। भट्टाचार्य ने कहा, 1997 में तत्कालीन एआईसीसी प्रमुख सीताराम केसरी के निर्देश पर ममता बनर्जी को कांग्रेस से निष्कासित किया गया था। मैंने इस फैसले का विरोध किया, लेकिन आलाकमान का दबाव अधिक था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस मुद्दे पर उठे सवालों को आगामी राज्यसभा चुनाव से जोड़ते हुए इसकी टाइमिंग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने इशारा किया कि यह बयान कहीं न कहीं चुनावी राजनीति का हिस्सा हो सकता है। ममता बनर्जी की नेतृत्व क्षमता पर बात करते हुए घोष ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने के बाद किसी नेता के लिए लोकप्रिय राजनीतिक पार्टी का गठन करना दुर्लभ है। यह ममता बनर्जी के विजन और बंगाल के लोगों के विश्वास का परिणाम है कि आज टीएमसी एक मजबूत राजनीतिक ताकत है।   ममता ने बनाई वो लोकप्रिय पार्टी, जो नेताजी भी नहीं बना सके: टीएमसी नेता – Mamata created the popular party that even netaji could not create: TMC leader

ममता ने बनाई वो लोकप्रिय पार्टी, जो नेताजी भी नहीं बना सके: टीएमसी नेता – Mamata created the popular party that even netaji could not create: TMC leader Read More »