
चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व इस वर्ष 30 मार्च 2025 से शुरू हो रहा है। यह पर्व 9 दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री) की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दौरान व्रती फलाहार ग्रहण करते हैं, जबकि जो उपवास नहीं रखते हैं, वे सात्विक भोजन का पालन करते हैं।
नवरात्रि के दौरान रामायण का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है और भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि में रामायण पाठ करने का सही नियम और इसका महत्व।
रामायण पाठ करने का सही नियम
1. ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें:
नवरात्रि के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. व्रत का संकल्प लें:
भगवान राम और मां दुर्गा का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
3. रामायण की पूजा करें:
रामायण पाठ शुरू करने से पहले उसकी पुस्तक का तिलक करें और अक्षत (चावल) अर्पित करें।
4. सही क्रम में पाठ करें:
नवरात्रि के दौरान रामायण को नौ दिनों में पूरा करने का विशेष महत्व है। इसके लिए प्रतिदिन निश्चित पंक्तियों का पाठ करें:
– पहला दिन: 1 से 116 तक पढ़ें
– दूसरा दिन: 116 से 218 तक पढ़ें
– तीसरा दिन: 218 से 322 तक पढ़ें
– चौथा दिन: 322 से 424 तक पढ़ें
– पांचवां दिन: 424 से 524 तक पढ़ें
– छठा दिन: 524 से 644 तक पढ़ें
– सातवां दिन: 644 से 766 तक पढ़ें
– आठवां दिन: 766 से 902 तक पढ़ें
– नौवां दिन: 902 से 1031 तक पाठ करें
5. आरती के साथ समापन करें:
नवरात्रि के अंतिम दिन रामायण पाठ का समापन मां दुर्गा की आरती और भगवान राम की पूजा के साथ करें।
रामायण पाठ के लाभ
– घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
– शत्रुओं का नाश होता है और बाधाएं दूर होती हैं।
– भगवान राम का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
– नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
– पारिवारिक कलह और तनाव में कमी आती है।
नवरात्रि में रामायण पाठ का धार्मिक महत्व
चैत्र नवरात्रि में रामायण का पाठ करने से धार्मिक और आध्यात्मिक फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान विधिपूर्वक पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख, शांति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
30 मार्च से शुरू हो रही हैं चैत्र नवरात्रि, जानें रामायण पाठ के सही नियम और लाभ –
Chaitra navratri is starting from march 30, know the correct rules and benefits of reading ramayana