
यशस्वी जयसवाल ने अपने टेस्ट करियर की धमाकेदार शुरुआत की थी, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते हुए 712 रन का रिकॉर्ड शामिल था। इस प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह दिला दी थी। हालांकि, तब से जयसवाल लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक शतक के बावजूद आईपीएल का सीजन उनके लिए शांतिपूर्ण रहा, और फिर टी20 विश्व कप से बाहर होना उनके लिए एक बड़ा झटका था।
रविवार को, बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से ठीक दो दिन पहले, जयसवाल ने भारतीय खेमे को चिंतित कर दिया, जिसके बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर और पूर्व कप्तान विराट कोहली को हस्तक्षेप करना पड़ा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, कोहली एमए चिदंबरम स्टेडियम के सेंटर-स्क्वायर के पास खड़े थे, जब उन्होंने देखा कि जसप्रीत बुमराह ने जयसवाल को आउट कर दिया था। बुमराह के खिलाफ आउट होना कोई खास चिंता की बात नहीं थी, लेकिन जयसवाल की संघर्षशील बल्लेबाजी ने कोहली को उनसे बात करने के लिए प्रेरित किया। जयसवाल सिर्फ बुमराह के खिलाफ ही नहीं, बल्कि आकाश दीप, मोहम्मद सिराज और नेट गेंदबाज युद्धवीर सिंह के सामने भी संघर्ष करते नजर आए।
कोहली ने बुमराह के बाद जयसवाल से थोड़ी बातचीत की, लेकिन उनके संघर्ष में ज्यादा सुधार नहीं दिखा। इसके बाद गौतम गंभीर सामने आए और उन्होंने जयसवाल को नेट्स में 20 मिनट का विशेष प्रशिक्षण सत्र दिया, जहां उन्होंने लाइन के पीछे रहकर बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित किया।
भारत के लिए यह टेस्ट सीज़न बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर। ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख खिलाड़ी नाथन लियोन और पैट कमिंस ने भी इंग्लैंड के खिलाफ जयसवाल की आक्रामक शैली का सामना करने की तैयारी की है और वे उनके खिलाफ मुकाबले का इंतजार कर रहे हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में बताया गया है कि जयसवाल ने स्पिनरों के खिलाफ कोई संघर्ष नहीं दिखाया, जो बांग्लादेश के खिलाफ आगामी श्रृंखला में भारत के लिए प्रमुख होगा। सोमवार को उन्हें लेग साइड पर बड़े शॉट्स लगाने की तैयारी करते हुए देखा गया, जो उनके आत्मविश्वास को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
यशस्वी जयसवाल की शानदार शुरुआत के बाद चुनौतीपूर्ण दौर, कोहली और गंभीर का सहयोग –
Challenging phase after great start of yashasvi jaiswal, cooperation of kohli and gambhir