केरल में विपक्षी कांग्रेस ने माकपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी अन्य राजनीतिक दलों के प्रति असहिष्णु है और उन्हें मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के गृह गांव पिनाराई में भी स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दी जा रही।
विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए माकपा और मुख्यमंत्री विजयन पर तानाशाही मानसिकता से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने पिनाराई के पास वेंदुत्ताई में हाल ही में कांग्रेस के नए बूथ समिति कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को निंदनीय करार दिया।
सतीशन ने कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री के गृह गांव में एक राजनीतिक दल का कार्यालय तोड़फोड़ और आगजनी का शिकार हुआ। यह जानना जरूरी है कि राज्य में किस प्रकार का लोकतंत्र चल रहा है, जहां सीएम के गांव में विपक्षी दलों को काम करने का मौका नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से इस घटना पर जवाब देने की मांग करते हुए कहा, हम सभी जानते हैं कि हमलावरों का सत्तारूढ़ दल से करीबी संबंध है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
सतीशन ने आरोप लगाया कि माकपा पूरे राज्य में इसी प्रकार का तानाशाही रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस रवैये का डटकर विरोध करेगी और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
घटना के कुछ दिनों पहले, केपीसीसी प्रमुख के. सुधाकरन ने वेंदुत्ताई में एक नए कांग्रेस कार्यालय के उद्घाटन के दौरान विवादित बयान दिया था। उन्होंने दावा किया कि माकपा कार्यालयों को रातोंरात ध्वस्त किया जा सकता है, और इसके लिए केवल 10 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जरूरत होगी।
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ माकपा पर तानाशाही रवैये का आरोप लगाया, विपक्ष ने मुख्यमंत्री से जवाब मांगा –
Congress accuses ruling CPI(M) of dictatorial attitude, opposition seeks answer from chief minister