
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोमवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट को विधानसभा में पेश न करने को लोकतांत्रिक परंपराओं के उल्लंघन का आरोप लगाया।
खेड़ा ने कहा, आप 11 साल से सत्ता में हैं, फिर भी अपने प्रशासन के भ्रष्टाचार से अनभिज्ञ बने हुए हैं। यह किस तरह का शासन है?” उन्होंने सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल उठाए।
मोदी सरकार की विदेश नीति पर निशाना साधते हुए खेड़ा ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल बिना किसी सवाल के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इशारों पर चलता है। उन्होंने पूछा, आप ट्रंप के इशारों पर क्यों नाचते हैं? क्या ऐसा कुछ है जिससे आप डरते हैं?
खेड़ा ने दावा किया कि भारत सरकार को पिछले साल यूएसएआईडी से 825 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। उन्होंने स्पष्ट किया, हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि हम उनके चुनावों में हस्तक्षेप कर रहे हैं?
खेड़ा ने कहा कि लोकतंत्र में कैग रिपोर्ट विधानसभा में पेश की जाती है, लेकिन मोदी और केजरीवाल सरकार ने इसे दबा दिया। उन्होंने कांग्रेस शासन का हवाला देते हुए कहा, पहले इन रिपोर्टों में ठोस आंकड़े होते थे, लेकिन अब जवाबदेही में भारी गिरावट आई है।
खेड़ा ने भाजपा और आरएसएस पर भी हमला करते हुए कहा, धर्म को सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा और आरएसएस पहुंचा रहे हैं। धार्मिक मामलों को शंकराचार्य जैसे आध्यात्मिक नेताओं पर छोड़ देना चाहिए, जबकि राजनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का सरकार पर हमला, कहा- संसद में पेश की जाए CAG रिपोर्ट –
Congress leader pawan khera attacks the government, says- CAG report should be presented in parliament