
दिल्ली सरकार पर आर्थिक सर्वेक्षण के बिना बजट पेश करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में विपक्ष की नेता (एलओपी) आतिशी ने मंगलवार को सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वीकार कर लिया है कि बजट बनाने के लिए किसी भी प्रकार का वित्तीय विश्लेषण नहीं किया गया है।
विधानसभा में मीडिया से बात करते हुए आतिशी ने कहा, क्या यह गर्व की बात है कि वे बिना आर्थिक सर्वेक्षण के बजट बना रहे हैं? इसका मतलब है कि सरकार खुद स्वीकार कर रही है कि उन्होंने बजट तैयार करने से पहले कोई विश्लेषण नहीं किया है। उन्होंने आर्थिक सर्वेक्षण की अनुपस्थिति को लेकर हैरानी जताते हुए कहा, अब तक हमने किसी भी सरकार को बिना आर्थिक सर्वेक्षण के बजट पेश करते नहीं देखा है। यह पहली बार है जब दिल्ली सरकार ने ऐसा किया है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को विधानसभा में बजट 2025-26 पेश किया। उन्होंने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह दिल्ली को खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से विकसित राज्य की ओर ले जाने वाला बजट है।
सीएम गुप्ता ने कहा, यह कोई साधारण बजट नहीं है। दिल्ली और पूरा देश इसे देख रहा है। नई सरकार से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं। यह बजट सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि दिल्ली को प्रगतिशील दिशा में ले जाने का माध्यम है। इस साल दिल्ली सरकार का बजट 1 ट्रिलियन रुपये का है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 31.5% अधिक है।
विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार ने महिला समृद्धि योजना के लिए 5,100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में पूंजीगत व्यय के लिए 28,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी रखा। सीएम गुप्ता ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित करने हेतु 1,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
सीएम गुप्ता ने बजट पेश करते हुए आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार के दौरान सरकारी राजस्व शराब माफिया और ठेकेदारों की जेब में जा रहा था, जिससे सरकार की आय में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि नई सरकार वित्तीय पारदर्शिता और विकास को प्राथमिकता दे रही है।
दिल्ली सरकार ने माना कि बजट तैयार करने के लिए कोई विश्लेषण नहीं किया गया: एलओपी आतिशी –
Delhi government admits no analysis was done to prepare budget: LoP Atishi