स्वामी संत दास स्कूल की अर्शिया अग्रवाल ने 99.8% अंक हासिल कर पहला बेटिया इस बार भी है। एमजीएन की अनन्या गुप्ता 98.8 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं और
स्किन स्पेशलिस्ट बनना चाहती हैं आर्शिया
में सफलता पाई
इंजीनियरिंग में भविष्य चाहती हैं अनन्या कंप्यूटर इंजीनियर बनाना चाहती हैं रमनीत डॉक्टर बन लोगों की सेवा करेंगे शिवम
पारिवारिक सदस्यों के साथ आर्शिया अग्रवाल ।
– पारिवारिक सदस्यों के साथ अनन्या गुप्ता
स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल की विद्यार्थी आर्शिया अग्रवाल ने 10वीं क्लास में 499 / 500 अंक लेकर 99.8 फीसदी अंक हासिल किए हैं। जेपी नगर की रहने वाली अर्शिया के पिता डॉ. मुनीश अग्रवाल और डॉ. सुरुची अग्रवाल दोनों मेडिकल फील्ड से है। इसलिए वो भी आगे चलकर मेडिकल में अपना करियर बनाना चाहती है। कहती हैं कि वे स्किन स्पेशलिस्ट बनाना चाहती हैं और आगे चलकर इसी फील्ड में एमडी करना चाहती हैं। स्कूल से आने के बाद रोज 4 से 5 घंटे पढ़ाई की। किताबें पढ़ने का भी काफी शौक है।
– पारिवारिक सदस्यों के साथ रमनीत
एमजीएन पब्लिक स्कूल की स्टूडेंट अन्नया गुप्ता 494/500 अंक 98.8 फीसदी अंक लेकर दूसरा स्थान पाया है। अन्या आगे चलकर बीटेक करके इंजीनियर बनना चाहती हैं। अन्नया के पिता डॉ. अरविंद कुमार और मां डॉक्टर श्वेता गुप्ता भी डाक्टर हैं और गदईपुर में गुप्ता नर्सिंग होम चलाते है। वे आगे चलकर नॉन मेडिकल स्ट्रीम में पढ़ेगी। वह रोजाना स्कूल से आने के बाद 6-7 घंटे पड़ाई करती थी। इसके साथ ही सेल्फ स्टडी में विश्वास रखती हैं। पिता डॉ. अरविंद बताते हैं कि अन्नया एक बार सोच ले कि आज यह करना है तो उसको पूरा करती है। वह कभी भी किसी काम को कल पर नहीं छोड़ती
– पारिवारिक सदस्यों के साथ शिवम |
पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल की छात्रा रमनीत कंग ने 493/500 अंकों के साथ 98.6 फीसदी अंक हासिल किए हैं। रमनीत के पिता बिजनेसमैन और मां हाउस वाइफ हैं। रमनीत नॉन-मेडिकल विषय से आगे की पढ़ाई कर रही हैं और कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहती हैं। कहती हैं कि स्कूल में जो पढ़ाया जाता था, वह घर आकर फिर से पढ़ती थीं और पेपर से पहले सभी पढ़ाई का रिवीजन करने लगती थी और सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता देती थी। इसके साथ ही वे अपने फ्रेंड्स को भी एकाग्रता से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करती थीं। पढ़ाई के अलावा उन्हें किताबें पढ़ने और साइक्लिंग का भी शौक है।
सोढल नगर निवासी संस्कृति केएमवी पब्लिक स्कूल के छात्र सोनू सोनी के बेटे व सीमा सोनी ने भी 493/500 अंकों के साथ 98.6 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल कर अपना, अपने माता-पिता व संस्थान का नाम रोशन किया है। वे अपनी आगे की पढ़ाई मेडिकल विषय से करना चाहते हैं और सफल डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने रोज़ 5 से 6 घंटे पढ़ाई की। खाली समय में भी उन्हें किताबें पढ़ना पसंद है। शिवम के पिता डेयरी का काम करते हैं और मां हाउस वाइफ हैं।