मेलबर्न में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के चौथे टेस्ट के दूसरे दिन तक भारतीय प्रशंसकों को निराशा घेरने लगी थी, लेकिन तीसरे दिन नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने टीम को संभालते हुए उम्मीद की किरण जगाई। भारत अभी भी ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है, लेकिन दो दिन शेष रहते हुए मैच बचाने की संभावना बनी हुई है। यह न केवल भारत के लिए टेस्ट मैच बचाने का अवसर है बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की उनकी उम्मीदों को भी जिंदा रखता है।
वर्तमान WTC रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका पहले स्थान पर है, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया और भारत हैं। यदि भारत सीरीज को 3-1 से जीत लेता है, तो वह स्वतः WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेगा। लेकिन यदि यह टेस्ट ड्रॉ या हार में बदलता है, तो भारत को दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान और श्रीलंका बनाम ऑस्ट्रेलिया की सीरीज के परिणामों का इंतजार करना होगा।
शनिवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 83,073 दर्शकों के सामने नितीश कुमार रेड्डी ने 171 गेंदों में शानदार शतक जड़ा। यह उनका चौथा टेस्ट मैच था, और उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। उनका स्ट्रोकप्ले, डिफेंस और धैर्य देखने लायक था। रेड्डी ने साथी ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर के साथ आठवें विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूती दी। सुंदर ने भी 50 रनों की अहम पारी खेली और दबाव में शानदार प्रदर्शन किया।
रेड्डी के शतक के दौरान स्टेडियम में मौजूद उनके पिता, चाचा और परिवार के अन्य सदस्य उत्सुकता से उनकी हर गेंद को देख रहे थे। जैसे ही रेड्डी ने शतक पूरा किया, वह अपने घुटनों पर बैठ गए और बल्ला तथा हेलमेट नीचे रखकर भगवान को धन्यवाद दिया। यह क्षण परिवार और दर्शकों के लिए भावनात्मक था। रेड्डी के पिता की आंखों में आंसू थे, और वह ईश्वर का आभार व्यक्त करते दिखे।
रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में आठवें या उससे नीचे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने। उनका प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में खास जगह बनाएगा। खराब रोशनी और बूंदाबांदी के कारण तीसरे दिन का खेल जल्दी समाप्त हुआ, लेकिन रेड्डी और सुंदर की साझेदारी ने भारत को संकट से बाहर निकालने में बड़ी भूमिका निभाई।
दो दिन शेष रहते हुए भारत के पास टेस्ट मैच बचाने का मौका है। इसके साथ ही WTC फाइनल की दौड़ में भी भारत अपनी संभावनाओं को बनाए रख सकता है। सभी की निगाहें चौथे और पांचवें दिन पर टिकी हुई हैं, जहां भारतीय बल्लेबाजों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना होगा।
Ind vs Aus टेस्ट में नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने भारत को संकट से बचाया –
Ind vs Aus test mein nitish kumar reddy and washington sundar rescue india from crisis