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जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत - Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed

जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत – Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed

पंचांग के अनुसार, माघ मास की चतुर्थी तिथि पर सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान गणेश के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं और पूजा-आराधना करती हैं। कहते हैं गणपति बप्पा की पूजा करने से और सकट चौथ का व्रत रखने से जीवन में खुशहाली आती है और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन भगवान को तिल और कुटा से बना भोग चढ़ाया जाता है और प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। 

Disclaimer : यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। JPB News 24 इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए आप हमें संपर्क कर सकते हैं

* सकट चौथ कब है: 

इस साल पंचांग के अनुसार, माघ मास की चतुर्थी तिथि 29 जनवरी, 2024 को सुबह 6 बजकर 10 मिनट से शुरू हो रही है और इसका समापन अगले दिन 30 जनवरी की सुबह 8 बजकर 54 पर हो जाएगा। इस चलते 29 जनवरी के दिन ही सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा।

सकट चौथ के व्रत में शाम के समय चंद्रोदय के बाद पूजा की जाती है। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 41 मिनट बताया जा रहा है।

* सकट चौथ की पूजा: 

कहते हैं सकट चौथ के दिन गणपति बप्पा की पूजा करने पर कोई खाली हाथ नहीं रहता है। गणपति बप्पा से इस दिन संतान की दीर्घायु का वरदान मांग जा सकता है। इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और पूरे मनोभाव से पूजा की जाती है।

सकट चौथ के दिन मान्यतानुसार, सुबह उठकर स्नान किया जाता है और स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं। इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना भी अच्छा माना जाता है। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम के समय पूजा की जाती है। पूजा में भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करके उनके समक्ष दुर्वा अर्पित की जाती है।गणपति बप्पा को लड्डू। तिल और गुड़ से बना भोग भी अर्पित करते हैं। गणेश आरती की जाती है, चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है और फिर पूजा संपन्न होती है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)

 

जानिए जनवरी माह में किस दिन रखा जाएगा सकट चौथ का व्रत –

Know on which day in the month of january the fast of sakat chauth will be observed