सनातन धर्म मानने वालों के घर में पूजा पाठ के लिए मंदिर जरूर होता है। शास्त्रों में घर में मंदिर रखने के कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों के पालन से न सिर्फ भगवान की कृपा प्राप्त होती है बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास भी होता है। घर के मंदिर की समय समय पर साफ सफाई भी जरूरी होती है।
घर के मंदिर की सफाई के लिए शनिवार का दिन सबसे अच्छा होता है। इस दिन मंदिर की सफाई करने से घर की नकारात्मक एनर्जी समाप्त हो जाती है। धन की तंगी और बाकि कष्ट भी दूर हो जाते हैं। मंदिर में जलाए जाने वाले दीपक की नियमित सफाई करनी चाहिए। मंदिर की साफ सफाई के बाद गंगाजल छिड़क देना चाहिए।
कभी भी रात में घर के मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए। मान्यता है कि संध्या आरती के बाद भगवान के शयन का समय होता है। उस समय सफाई से भगवान के शयन में बाधा आ सकती है। इसके साथ ही एकादशी और गुरुवार को भी मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए। एकादशी और गुरुवार को मंदिर की सफाई से घर में दरिद्रता और दुर्भाग्य आ सकता है। रात के समय सफाई से धन की देवी लक्ष्मी रूठ सकती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिये घर के मंदिर की सफाई किस दिन करनी चाहिए,वरना पड़ सकते हैं मुश्किल में –
Know on which day the home temple should be cleaned, otherwise you may get into trouble.