
हिंदू पंचांग के अनुसार, नागपंचमी का पर्व हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष नागपंचमी 29 जुलाई 2025, मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 से 8:23 बजे तक रहेगा, यानी कुल 2 घंटे 43 मिनट तक भक्त नाग देवता की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
नागपंचमी 2025 पूजा विधि –
1. ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें और भगवान शिव की आराधना करें।
2. शिवलिंग का अभिषेक बेलपत्र, जल, दूध और धतूरे से करें, क्योंकि यह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं।
3. नाग देवता के 8 रूपों – अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख की विशेष पूजा करें।
4. घर के प्रवेश द्वार पर गोबर से नाग देवता की आकृति बनाकर उनकी पूजा करें, यह अत्यंत शुभ माना जाता है।
5. दूध, चावल, दही, फूल और मिठाई अर्पित करें तथा नाग मंत्रों का जाप करें।
6. इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को दान-पुण्य करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
नागपंचमी का महत्व –
हिंदू धर्म में सांपों को देवता का दर्जा दिया गया है और उन्हें विशेष रूप से पूजनीय माना जाता है। नागपंचमी के दिन लोग मिट्टी से सांपों की आकृति बनाकर उनकी पूजा करते हैं और दूध का अर्पण करते हैं। यह पर्व भगवान शिव और नाग देवता की कृपा पाने का श्रेष्ठ अवसर है, जिससे जीवन में शांति, समृद्धि और सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जानें नागपंचमी 2025 की तारीख, पूजा विधि और इस पावन पर्व का महत्व –
Know the date of nag panchami 2025, Puja vidhi and the importance of this holy festival