देवों के देव महादेव पर सोमवार का दिन समर्पित है। भोलेनाथ के भक्त सोमवार और प्रदोष तिथि पर भगवान के लिए पूरे विधि-विधान से व्रत रखकर पूजा-अर्चना करते हैं। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की आराधना करने का खास महत्व है। पंचांग के मुताबिक, हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि आती है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल में। कहते हैं कि जो भी भक्त इस व्रत को सच्चे मन से रखता है उसकी सभी मनोकामनाएं भोलेनाथ पूरी करते हैं। प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा शाम के समय की जाती है।
* जनवरी में प्रदोष व्रत की तिथि:
पंचांग के मुताबिक जनवरी के महीने में पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी दिन मंगलवार को है। ये व्रत मंगलवार के दिन पड़ रहा है इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जा सकता है। इसी जनवरी के महीने में दूसरा प्रदोष व्रत 23 जनवरी, मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत कहलाते हैं।
* दिन के अनुसार प्रदोष व्रत के नाम:
रविवार रवि प्रदोष व्रत, सोमवार सोम प्रदोष व्रत, मंगलवार के दिन भौम प्रदोष व्रत, बुधवार पर बुध प्रदोष व्रत, गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत, शुक्रवार के दिन शुक्र प्रदोष व्रत और शनिवार के दिन शनि प्रदोष व्रत रखा जाता है।
* क्या है प्रदोष व्रत का महत्व:
सनातन धर्म में भोलेनाथ की पूजा के लिए प्रदोष व्रत का खास महत्व है। इस दिन भगवान शिव कि पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान का सुख प्राप्त होता है और जातक पाप मुक्त हो जाते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
जानिए जनवरी में कब-कब प्रदोष व्रत रखे जाएंगे और क्या है प्रदोष व्रत का महत्व –
Know when pradosh vrat will be observed in january and what is the importance of pradosh vrat