बुधवार को अडानी विवाद और उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी सदस्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए खड़े हो गए। कुछ सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे, जबकि अन्य गलियारे में खड़े होकर विरोध जता रहे थे।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से अपील की कि वे प्रश्नकाल को चलने दें और कहा कि वे अपने मुद्दे बाद में उठा सकते हैं। हालांकि, विपक्ष के हंगामे के बीच केवल छह मिनट की कार्यवाही के बाद सदन को स्थगित करना पड़ा।
विपक्षी दल अडानी समूह से जुड़े कथित रिश्वतखोरी मामले पर चर्चा की मांग कर रहे थे। अडानी समूह ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी पर न्यूयॉर्क की अदालत में दायर अभियोग में अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (FCPA) के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं है।
विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसा पर भी चर्चा की मांग की। उनका कहना था कि सरकार को इस मुद्दे पर संसद में जवाब देना चाहिए।
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर बाद पुनः शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन विपक्ष के रुख को देखते हुए हंगामे के जारी रहने की संभावना है।
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित, अडानी विवाद और संभल हिंसा पर विपक्ष का हंगामा –
Lok sabha proceedings adjourned till afternoon, opposition uproar over adani controversy and sambhal violence