हिंदू धर्म में सालभर में चार नवरात्रियां मनाई जाती हैं, जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं। माघ गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है, क्योंकि यह तंत्र साधना और देवी की गुप्त आराधना के लिए शुभ मानी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह 2025 में 21 जनवरी से शुरू होकर 19 फरवरी तक रहेगा, जबकि माघ गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी 2025 से 7 फरवरी 2025 तक मनाई जाएगी।
माघ गुप्त नवरात्रि 2025 की तिथियां
– प्रारंभ: गुरुवार, 30 जनवरी 2025
– समापन: शुक्रवार, 7 फरवरी 2025
यह नवरात्रि माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनाई जाएगी। इस दौरान भक्त 10 महाविद्याओं और देवी के गुप्त स्वरूपों की पूजा करते हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
माघ गुप्त नवरात्रि में घट स्थापना का विशेष महत्व है। शुभ मुहूर्त में घट स्थापना करने से देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
– सुबह का शुभ मुहूर्त: 30 जनवरी 2025, सुबह 9:25 बजे से 10:46 बजे तक
– अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:13 बजे से 12:56 बजे तक
गुप्त नवरात्रि का महत्व और पूजा विधि
माघ गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के 32 स्वरूपों की आराधना का विधान है। इस दौरान भक्त देवी मां के विशेष मंत्रों का जाप करते हैं और तंत्र साधना भी करते हैं। माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में पूजा करने से जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि आती है।
1. घर में घट स्थापना करें।
2. दुर्गा सप्तशती और देवी महात्म्य का पाठ करें।
3. 10 महाविद्याओं—काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला—की पूजा करें।
4. देवी के गुप्त मंत्रों का जाप करें।
गुप्त नवरात्रि का तंत्र साधना में महत्व
गुप्त नवरात्रि के दौरान तंत्र साधना और गुप्त विद्याओं का अभ्यास अत्यधिक शुभ माना जाता है। इन नौ दिनों में साधक अपने आध्यात्मिक और भौतिक जीवन को संवारने के लिए विशेष पूजा और साधना करते हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की आराधना करने से न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि परिवार में सुख, समृद्धि और शांति भी बनी रहती है। इस नवरात्रि में पूजा करके अपने जीवन को धन्य बनाएं और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त करें।
इस दिन से शुरू होगी माघ गुप्त नवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में –
Magha gupt navratri will start from this day, know about the auspicious time and worship method