
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अभूतपूर्व धोखाधड़ी के जरिए जीत दर्ज की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश में फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की आवश्यकता है।
साबरमती नदी के तट पर आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन में उद्घाटन भाषण देते हुए खड़गे ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने, पूंजीपतियों को सरकारी संसाधन सौंपने और आम जनता के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
खड़गे ने कहा, पूरी दुनिया ईवीएम छोड़कर बैलेट पेपर की ओर बढ़ रही है, लेकिन भारत अभी भी ईवीएम का उपयोग कर रहा है। यह सब एक बड़ा धोखा है। भाजपा ने ऐसी तकनीकें विकसित की हैं जो सत्ता पक्ष को फायदा और विपक्ष को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि इन राज्यों में मतदाता सूची में हेरफेर और विपक्ष की आवाज को दबाया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह संसदीय बहसों को देर रात तक खींचती है ताकि जनता के जरूरी मुद्दों को दबाया जा सके। उन्होंने कहा, मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सुबह 4 बजे बहस करवाई गई, ताकि जनता का ध्यान न जाए। ऐसा लगता है कि सरकार कुछ छिपाना चाहती है।
खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सरकारी संपत्तियों का निजीकरण करके एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही स्थिति बनी रही तो मोदी सरकार देश को बेचकर चली जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और आरएसएस पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री आग लगाते हैं और आरएसएस उसमें घी डालता है। 500 साल पुराने मुद्दों को उठाकर समाज को बांटा जा रहा है।
खड़गे ने राजस्थान के अलवर में एक दलित कांग्रेस नेता टीकाराम जूली के मंदिर में प्रवेश के बाद मंदिर को शुद्ध करने की घटना पर भाजपा को घेरा और इसे दलित विरोधी मानसिकता बताया।
उन्होंने पूरे देश में जाति आधारित जनगणना की मांग की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए ओबीसी दर्जा इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं करते।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार की एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर आलोचना की और इसे आम लोगों पर अतिरिक्त बोझ बताया।
कांग्रेस का यह AICC सत्र न्यायपथ संकल्प, समर्पण और संघर्ष की थीम पर आधारित है, जिसमें देशभर से 1,700 से अधिक AICC प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सत्र में पार्टी के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण को दर्शाने वाले प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इससे पहले कांग्रेस ने दिवंगत नेताओं, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हैं, को श्रद्धांजलि देते हुए शोक प्रस्ताव पारित किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ईवीएम पर उठाए सवाल, चुनाव में बैलेट पेपर की वापसी की मांग –
Mallikarjun kharge raised questions on EVM, demand return of ballot paper in elections