भारत और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी ने मौजूदा सीनियर राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की तीखी आलोचना की है। तिवारी, जो गंभीर के साथ दिल्ली और आईपीएल में खेल चुके हैं, ने हालिया टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन को लेकर टीम प्रबंधन के निर्णयों पर सवाल उठाए हैं।
तिवारी ने खास तौर पर गेंदबाज आकाश दीप को नजरअंदाज कर हर्षित राणा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने को पक्षपातपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, आकाश दीप ने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाज के रूप में अनुकूल परिस्थितियों में गेंदबाजी करना हर किसी का सपना होता है, लेकिन उन्हें छोड़कर कम अनुभव वाले हर्षित को शामिल किया गया। यह पूरी तरह पक्षपातपूर्ण चयन है।
मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर के साथ अपने पुराने झगड़े का भी जिक्र किया, जिसमें गंभीर ने कथित तौर पर उनके परिवार को गाली दी थी और सौरव गांगुली के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
दिल्ली में रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान गंभीर ने मेरे परिवार को गाली दी और सौरव गांगुली के खिलाफ बुरा बोला। इसे सभी ने सुना, लेकिन कुछ लोग उन्हें बचाते रहे। यही वह पीआर है जिसकी मैं बात कर रहा हूं, तिवारी ने कहा।
तिवारी ने टीम चयन में अभिमन्यु ईश्वरन जैसे प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर देवदत्त पडिक्कल को टीम में शामिल करने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “ईश्वरन ने लगातार रन बनाए हैं, लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली। इसके बजाय, पडिक्कल को क्यों शामिल किया गया? यह चयन प्रक्रिया सवालों के घेरे में है।
तिवारी ने गंभीर के फैसलों को ‘पाखंडी’ बताते हुए कहा कि गंभीर वही करते हैं, जो खुद उपदेश नहीं देते। उन्होंने टीम के प्रदर्शन और चयन में निष्पक्षता की कमी को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी समस्या बताया।
गौतम गंभीर पर मनोज तिवारी का हमला, पक्षपातपूर्ण चयन और प्रबंधन पर उठाए सवाल –
Manoj tiwari attacks gautam gambhir, raises questions on biased selection and management