बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को भाजपा और विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का सम्मान न करने में एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हिंदी में पोस्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब अंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी ने दलितों और वंचित वर्गों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा, अमित शाह को अपने शब्द वापस लेकर पश्चाताप करना चाहिए।
यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्यसभा में शाह की टिप्पणियों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष के बीच विवाद चल रहा है।
मायावती ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर और उनके अनुयायियों के प्रति जातिवादी मानसिकता और संकीर्ण रवैये के कारण कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियों की नीतियों से इन वर्गों की स्थिति बदतर होती जा रही है।
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उन्होंने कहा, बाबा साहब का दिल से सम्मान न करने और उनके अनुयायियों के संवैधानिक अधिकारों को छीनने में ये पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
मायावती ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, संविधान को लहराना और नीला रंग पहनने जैसी सस्ती राजनीति करने से पहले, इन्हें जातिवाद और नफरत की संकीर्ण सोच को खत्म करना होगा।
विवाद के बीच, अमित शाह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी टिप्पणी को सही ठहराते हुए कहा कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने बाबा साहब अंबेडकर के प्रति बार-बार अपमानजनक व्यवहार किया है।
मायावती ने अपने बयान में भाजपा और विपक्ष दोनों से आग्रह किया कि वे संकीर्णता और जातिवाद छोड़कर दलित और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए काम करें।
मायावती ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर का सम्मान न करने में भाजपा और अन्य पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। –
Mayawati said that not respecting babasaheb ambedkar, BJP and other parties are two sides of the same coin