उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को लोकसभा में बड़ा हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को सदन में उठाने का प्रयास किया, लेकिन अनुमति न मिलने पर विपक्ष ने विरोध करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता इस विरोध में शामिल हुए।
प्रश्नकाल के दौरान अखिलेश यादव ने स्पीकर ओम बिरला से इस गंभीर मामले पर बोलने की अनुमति मांगी। यादव ने कहा, “यह बहुत गंभीर मामला है। पांच लोगों की जान चली गई है। हालांकि, स्पीकर ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाने की सलाह दी, जिससे असंतुष्ट होकर सपा के सांसद विरोध में वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे।
डीएमके सांसद ए. राजा ने अन्य विपक्षी दलों से सपा के विरोध में शामिल होने का आग्रह किया। इसके बाद एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के सदस्यों ने भी समर्थन जताया। राहुल गांधी ने विपक्ष के नेता के रूप में इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया। कुछ देर बाद अखिलेश यादव ने अपने सांसदों को वॉकआउट का संकेत दिया और राहुल गांधी समेत विपक्षी सांसद सदन से बाहर चले गए।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विरोध को शांत करने के लिए यादव से चर्चा करने का प्रयास किया, लेकिन विपक्ष अपने वॉकआउट के फैसले पर अडिग रहा।
विपक्ष ने संभल हिंसा की घटना को लेकर चर्चा की मांग करते हुए इसे गंभीर मसला बताया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है।
यह घटनाक्रम लोकसभा में विपक्ष की एकजुटता को दर्शाता है और संभल हिंसा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार से जवाबदेही की मांग करता है।
संभल हिंसा को लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया –
Opposition MPs walk out of lok sabha over sambhal violence