भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के दौरान नेट सेशन में समर्थकों की मौजूदगी पर टीम प्रबंधन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का कारण स्पष्ट किया। उन्होंने एडिलेड में दूसरे टेस्ट के बाद कहा कि टीम के अभ्यास सत्र बेहद निजी होते हैं और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप से बचने की जरूरत है।
गुलाबी गेंद के टेस्ट से पहले भारतीय टीम का अभ्यास सत्र जनता के लिए खुला रखा गया था, लेकिन इससे अव्यवस्था पैदा हुई। कुछ खिलाड़ियों को भीड़ से असंवेदनशील टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। रोहित ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, नेट सेशन हमारे लिए बहुत निजी होते हैं। जब आप अभ्यास कर रहे होते हैं, तो कई योजनाओं पर चर्चा होती है। हम नहीं चाहते कि कोई भी उन बातचीत को सुने।
रोहित ने यह भी मज़ाक में कहा कि जो प्रशंसक उन्हें देखना चाहते हैं, वे टेस्ट मैच के दौरान स्टेडियम आ सकते हैं। उन्होंने कहा, टेस्ट क्रिकेट के पांच दिन हैं। प्रशंसक उन दिनों आकर हमें खेलते हुए देख सकते हैं।
रोहित ने यह भी बताया कि अभ्यास सत्र के दौरान टीम की योजनाओं और रणनीतियों पर चर्चा होती है, जो बेहद संवेदनशील होती हैं। इसलिए टीम प्रबंधन ने यह कदम उठाया है।
एडिलेड ओवल में दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दस विकेट से हराकर पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-1 से बराबर कर दी। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (2023-2025) स्टैंडिंग में 60.71 अंक प्रतिशत के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है।
वहीं, भारत की हार के बाद अंक प्रतिशत गिरकर 57.29 हो गया और वह तीसरे स्थान पर खिसक गया। अब भारत को ब्रिसबेन, मेलबर्न और सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने तीनों टेस्ट मैच जीतने होंगे ताकि वह लगातार तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना सके।
रोहित शर्मा की टीम के सामने अब तीन टेस्ट मैचों में जीत दर्ज करने की चुनौती है। फाइनल अगले साल लॉर्ड्स में खेला जाएगा, और टीम को अपनी रणनीतियों और प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
रोहित शर्मा ने नेट सेशन में दर्शकों पर प्रतिबंध की वजह बताई, टीम की रणनीतियों को बताया निजी –
Rohit sharma explained the reason for the ban on spectators in net session, said the team’s strategies are private