पंजाब की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख पद से सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे को पार्टी की वर्किंग कमेटी ने आज आधिकारिक रूप से मंजूर कर लिया है। यह फैसला आज शिरोमणि अकाली दल की वर्किंग कमेटी की विशेष बैठक में लिया गया।
सुखबीर सिंह बादल, जो 2008 से लगातार पार्टी प्रधान के पद पर बने हुए थे, ने 16 नवंबर 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यह कदम तब उठाया गया जब पार्टी के भीतर बागी धड़े ने उनके नेतृत्व के खिलाफ अकाल तख्त में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के आधार पर सुखबीर बादल को अकाल तख्त में तलब किया गया और उन्हें “तनखाइया” करार दिया गया था।
पार्टी प्रधान के पद से इस्तीफा देने के बावजूद इस पर अंतिम निर्णय लंबित था। आज की बैठक में वर्किंग कमेटी ने सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया, जिससे पार्टी के नेतृत्व में बदलाव का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
सुखबीर बादल के इस्तीफे के बाद शिरोमणि अकाली दल के अगले नेता को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और वर्किंग कमेटी के सदस्यों के बीच यह चर्चा हो रही है कि पार्टी को किस दिशा में आगे ले जाया जाए।
सुखबीर बादल ने 2008 में अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद पार्टी की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल ने कई चुनाव लड़े और पंजाब की राजनीति में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, 2024 में पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ा, जिसके कारण उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी ने यह फैसला लिया –
Shiromani akali dal working committee took this decision regarding sukhbir badal resignation