शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की हालिया टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शनिवार को राउत ने राम मंदिर आंदोलन को देश के इतिहास का एक प्रमुख आंदोलन बताते हुए कहा कि इसमें भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ आरएसएस, शिवसेना, वीएचपी, बजरंग दल और कांग्रेस सहित सभी ने योगदान दिया है।
राउत ने कहा, राम मंदिर इस देश के इतिहास में एक आंदोलन था। मेरा मानना है कि इसमें सभी ने योगदान दिया। यह सिर्फ भाजपा या पीएम मोदी का प्रयास नहीं था। आरएसएस, शिवसेना, वीएचपी, बजरंग दल और यहां तक कि कांग्रेस ने भी इसमें भूमिका निभाई है।
उन्होंने मोहन भागवत को जिम्मेदारी लेने की सलाह देते हुए कहा, भागवत जी, आपने ही ऐसे लोगों को सत्ता में लाया है। अब इसकी जिम्मेदारी भी आपको लेनी चाहिए। केवल मंदिर बनाकर कोई नेता नहीं बन सकता। देश एक मंदिर है, इसे बनाना और संवारना जरूरी है।
गुरुवार को पुणे में हिंदू सेवा महोत्सव के उद्घाटन के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर हिंदू भक्ति का प्रतीक है। उन्होंने देश में एकता और सद्भाव का आह्वान करते हुए कहा कि विभाजनकारी मुद्दे नहीं उठाए जाने चाहिए।
राम मंदिर होना चाहिए था, और अब यह बन चुका है। यह हिंदुओं की भक्ति का स्थल है। लेकिन हर दिन नए-नए मुद्दे उठाकर दुश्मनी पैदा नहीं करनी चाहिए। हमें दुनिया को दिखाना होगा कि हम सद्भाव से रह सकते हैं।
भागवत ने भारतीय संस्कृति की विविधता को रेखांकित करते हुए कहा, हमारे देश में विभिन्न संप्रदायों और समुदायों की विचारधाराएं हैं। यह हमारी ताकत है। उन्होंने हिंदू धर्म को शाश्वत धर्म बताया और इसे सेवा धर्म के रूप में परिभाषित किया। उन्होंने लोगों से समाज के प्रति निस्वार्थ भाव से सेवा करने का आग्रह किया।
राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना और कांग्रेस का भी योगदान: संजय राउत –
Shiv sena and congress also contributed to the ram mandir movement: Sanjay raut