शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी। संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने कहा कि इंडिया ब्लॉक और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन का दायरा लोकसभा और विधानसभा चुनावों तक सीमित रहेगा।
संजय राउत ने स्पष्ट किया कि गठबंधन की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं को पर्याप्त अवसर नहीं मिलते, जिससे संगठनात्मक विकास प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, हम मुंबई, ठाणे, नागपुर और अन्य नगर निगमों, जिला परिषदों और पंचायतों के चुनाव अपनी ताकत के बल पर लड़ेंगे। राउत ने यह भी बताया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संगठन को संकेत दिए हैं कि शिवसेना (यूबीटी) को स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने चाहिए।
एमवीए की हार को लेकर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार पर आरोप-प्रत्यारोप को लेकर राउत ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, जो लोग आम सहमति और समझौते में विश्वास नहीं करते, उन्हें गठबंधन में रहने का कोई अधिकार नहीं है। संजय राउत ने यह भी कहा कि कांग्रेस को गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते इंडिया ब्लॉक की बैठक बुलाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की इस टिप्पणी पर कि उन्होंने अपने भाषणों में कृषि ऋण माफी का जिक्र नहीं किया, राउत ने जवाब देते हुए कहा, भले ही उन्होंने इसके बारे में बात न की हो, लेकिन भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में कृषि ऋण माफी और लाडकी बहिन योजना का उल्लेख है। यह उनकी जिम्मेदारी है कि इन वादों को लागू करें। अजीत पवार भाजपा सरकार में वित्त मंत्री हैं, और उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पॉडकास्ट टिप्पणी कि वह इंसान हैं और गलतियां कर सकते हैं, पर राउत ने व्यंग्य करते हुए कहा, वह (मोदी) भगवान हैं। मैं उन्हें इंसान नहीं मानता। भगवान भगवान हैं। यदि कोई उन्हें भगवान का अवतार घोषित करता है, तो वह इंसान कैसे हो सकते हैं? अगर वह कहते हैं कि वह इंसान हैं, तो कुछ गड़बड़ है। इसमें केमिकल लोचा है।
शिवसेना (यूबीटी) अकेले लड़ेगी स्थानीय निकाय चुनाव: संजय राउत –
Shiv sena (UBT) will fight the local body elections alone: Sanjay raut