
राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए राज्य सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलता के गंभीर आरोप लगाए।
तेजस्वी यादव ने एक प्रेस बयान में दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि चमकाने के लिए महज 15 दिनों में ₹2,257.8 करोड़ खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा, यह फिजूलखर्ची एक गरीब राज्य की जनता पर अतिरिक्त बोझ डालती है, जहां बेरोजगारी, महंगाई और अपराध ने जनता का जीवन दूभर कर दिया है।
तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर बेरोजगारी, पलायन, अपराध और महंगाई को नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं, जिससे बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है। राज्य में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भ्रष्टाचार का बोलबाला है, जिससे आम जनता की समस्याएं बढ़ रही हैं। छात्रों और महिलाओं के लिए बुनियादी सुविधाओं का अभाव चिंता का विषय है।
राजद नेता ने स्मार्ट मीटर योजना और अन्य परियोजनाओं को लेकर नीतीश सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, सरकार स्मार्ट मीटर जैसी योजनाओं का प्रचार करके भ्रष्टाचार, नौकरशाही और अन्याय को छिपाने की कोशिश कर रही है। लेकिन जनता इन दिखावों से गुमराह नहीं होगी।
तेजस्वी ने सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां प्रचार पर अरबों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, वहीं छात्रों और महिलाओं के लिए बुनियादी सुविधाएं नदारद हैं। उन्होंने इसे सार्वजनिक धन की लूट करार दिया।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा, बीते 20 वर्षों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई की आग में झोंक दिया है। उनकी सरकार केवल अपने एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग कर रही है।
तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर प्रचार के लिए ‘सार्वजनिक धन का दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया –
Tejashwi yadav accuses bihar CM nitish kumar of ‘misusing public money’ for campaigning