
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है। राजद नेता तेजस्वी यादव मंगलवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ औपचारिक बैठक के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर चर्चा करना है। पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा, आज हमारी आधिकारिक बैठक है। हम बिहार चुनाव के लिए रणनीति तय करेंगे।
इससे पहले, राजद सांसद मनोज झा ने जानकारी दी कि इस बैठक में दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग और गठबंधन को लेकर गंभीर मंथन किया जाएगा। बिहार में कांग्रेस को राजद का सबसे पुराना सहयोगी माना जाता है, और दोनों पार्टियां INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर होगी। इसके अलावा, 20 अप्रैल को खड़गे बक्सर जिले में एक जनसभा को भी संबोधित कर सकते हैं, जो गठबंधन की रणनीति को और धार देगा।
तेजस्वी यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली चुनाव नतीजों का बिहार में कोई असर नहीं पड़ेगा। इस बीच, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने राज्य में पलायन और रोजगार जैसे मुद्दों पर जोर देते हुए ‘नौकरी दो’ यात्रा निकाली थी, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए थे।
30 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में चुनावी बिगुल फूंकते हुए लालू प्रसाद यादव पर 1990-2005 के ‘जंगल राज’ और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। शाह ने एलान किया है कि वे हर महीने दो दिन बिहार में बिताएंगे। 13 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी एनडीए की चुनावी रणनीति बैठक में शामिल हुए, जहां बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मौजूद थे।
राज्य में इस बार मुकाबला काफी कड़ा होने की उम्मीद है। एक ओर जहां बीजेपी और नीतीश कुमार की JDU मिलकर एनडीए को मजबूत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस, राजद और वामपंथी दल INDIA गठबंधन के तहत चुनावी समर में उतरने की तैयारी में हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का आधिकारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन अनुमान है कि चुनाव अक्टूबर और नवंबर के बीच हो सकते हैं।
बिहार चुनाव रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिलने दिल्ली पहुंचे तेजस्वी यादव –
Tejashwi yadav reach delhi to meet congress president kharge to discuss bihar election strategy