हर साल श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। मान्यतानुसार श्रीकृष्ण भगवान विष्णु का अवतार हैं। पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जन्माष्टमी पड़ती है। इस साल 6 सितंबर के दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और अपने आराध्य श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप बाल गोपाल की पूजा करते हैं। जन्माष्टमी पर विशेषकर रात्रि जागरण का आयोजन होता है, झांकी तैयार की जाती है जिसमें छोटे-छोटे बच्चों को भगवान की तरह तैयार करके बैठाया जाता है। इनमें दो बच्चे राधा-कृष्ण भी बनते हैं और श्रीकृष्ण की बचपन की अठखेलियों का प्रदर्शन करते हैं। इस अवसर पर बाल गोपाल को पूरे मनोभाव से तैयार भी किया जाता है। जानिए बाल गोपाल के श्रृंगार में किन-किन चीजों को कर सकते हैं सम्मिलित।
जन्माष्टमी के अवसर पर बाल गोपाल का श्रृंगार करने से पूर्व बाल गोपाल की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराया जाता है और नए स्वच्छ वस्त्र पहनाए जाते हैं। इसके बाद मान्यतानुसार श्रृंगार किया जाता है।
बाल गोपाल को जो वस्त्र पहनाए जाते हैं उनका विशेषकर ध्यान रखा जाता है। इन वस्त्रों में हरे, लाल, और पीले रंग के वस्त्र अत्यधिक शुभ माने जाते हैं। इसके अलावा मोरपंख या फूलों से बने वस्त्र भी पहनाए जा सकते हैं।
बाल गोपाल के सिर पर मोर मुकुट पहनाया जाता है। मोर मुकुट को बाल गोपाल का अभिन्न अंग भी माना जाता है और श्रृंगार सामग्री में मुख्य रूप से इसे शामिल किया जाता है।
बांसुरी का जिक्र आते ही मन में श्रीकृष्ण की याद हो आती है। ऐसे में बाल गोपाल का श्रृंगार बांसुरी के बिना अधूरा है।
बाल गोपाल को आभूषण पहनाए जाते हैं वो सोने या चांदी के भी हो सकते हैं। इन आभूषणों में बाजूबंद, कड़े, कानों की बालियां या कुंडल हो सकते हैं। पायल और कमरबंध भी बाल गोपाल को पहनाने शुभ माने जाते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।)
श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए जन्माष्टमी पर इस प्रकार करें लड्डू गोपाल का श्रृंगार।
To please shri krishna, on janmashtami, make up of laddu gopal in this way.