
चैत्र नवरात्रि अब अपने समापन की ओर बढ़ रही है। हर साल चैत्र मास में मनाए जाने वाले इन नौ दिवसीय पर्व में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा होती है। नवरात्रि के नौवें दिन को नवमी कहते हैं, जो मां सिद्धिदात्री को समर्पित होता है। इस दिन विशेष रूप से मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और घर में कंजक पूजन किया जाता है। साथ ही, यही दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी के रूप में भी मनाया जाता है। यहां जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, भोग, रंग और पूजन सामग्री की पूरी जानकारी।
मां सिद्धिदात्री की पूजा का शुभ मुहूर्त
मां सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली देवी हैं, जिनके हाथों में शंख, चक्र, गदा और कमल होता है। सिंह पर सवार मां अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और मोक्ष का आशीर्वाद देती हैं।
– नवमी तिथि प्रारंभ: 5 अप्रैल शाम 7:26 बजे
– नवमी तिथि समाप्त: 6 अप्रैल शाम 7:22 बजे
– ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:34 से 5:20 बजे तक
– प्रातः संध्या मुहूर्त: सुबह 4:57 से 6:05 बजे तक
– अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:58 से 12:49 बजे तक
इन शुभ मुहूर्तों में मां सिद्धिदात्री की पूजा करना फलदायी माना गया है।
मां सिद्धिदात्री को क्या चढ़ाएं भोग में?
नवमी की पूजा में मां सिद्धिदात्री को तिल और मेवों से बने व्यंजन अर्पित करना अत्यंत शुभ होता है। इससे देवी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को इच्छित फल प्रदान करती हैं।
मां सिद्धिदात्री का प्रिय रंग
नवरात्रि की नवमी के दिन बैंगनी (जामुनी) रंग का वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह मां सिद्धिदात्री का प्रिय रंग है और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
कंजक पूजन का शुभ मुहूर्त
नवमी पर नौ कन्याओं (कंजकों) को घर बुलाकर उन्हें पूड़ी, चने और हलवा खिलाया जाता है और उपहार देकर सम्मानपूर्वक विदा किया जाता है।
– सामान्य मुहूर्त: सुबह 7:40 से 9:15 बजे तक
– लाभ उन्नति मुहूर्त: सुबह 9:15 से 10:49 बजे तक
– अमृत मुहूर्त (सर्वश्रेष्ठ): सुबह 10:49 से दोपहर 12:24 बजे तक
– अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:58 से दोपहर 12:49 बजे तक
रामनवमी 2025 पूजा का शुभ मुहूर्त
चैत्र शुक्ल नवमी के दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, जिसे रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष रामनवमी का शुभ मुहूर्त निम्न है:
– पूजा का समय: सुबह 11:00 से दोपहर 1:35 बजे तक
– यह पूजा का कुल शुभ काल लगभग 2.5 घंटे का रहेगा।
श्रीराम को अर्पित करने वाले फूल और पत्तियां:
– फूल: केतकी, चंपा, मालती, कमल, गुलाब, कुंद, गेंदे
– पत्ते: तुलसी, कुशा, शमी, भृंगराज
रामनवमी पर कौन-से रंग पहनें?
श्रीराम के प्रिय रंग सफेद और पीला माने जाते हैं। रामनवमी पर इन रंगों के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ माना गया है।
रामनवमी मंत्र
ॐ रां रामाय नमः।।
आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसंपदाम्।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्।।
रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे।
रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः।।
ॐ दशरथाय विद्महे, सीतावल्लभाय धीमहि।
तन्नो रामः प्रचोदयात्।।
राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे।
सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने।।
आज नवमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें भोग, कंजक का समय, रामनवमी का शुभ मुहूर्त और श्रीराम के मंत्र –
Today on navami, worship maa siddhidatri in this auspicious time, know the time of bhog, kanjak, auspicious time of ram navami and mantras of shri ram