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विराट कोहली ने तोड़ी 'अहंकार' की धारणा, कहा- खेल की जरूरत के हिसाब से करता हूं प्रदर्शन - Virat kohli broke the notion of 'ego', said- I perform according to the need of the game

विराट कोहली ने तोड़ी ‘अहंकार’ की धारणा, कहा- खेल की जरूरत के हिसाब से करता हूं प्रदर्शन – Virat kohli broke the notion of ‘ego’, said- I perform according to the need of the game

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली ने एक बार फिर खुद को इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के सीज़न में साबित कर दिया है। शानदार फॉर्म में चल रहे कोहली न केवल लगातार रन बना रहे हैं, बल्कि टीम के अन्य बल्लेबाज़ों के साथ भी बेहतरीन तालमेल बिठा रहे हैं। उन्होंने खुद को फ्रेंचाइज़ी के मुख्य स्तंभ के रूप में स्थापित किया है और टीम की सफलता को ही अपनी प्राथमिकता बताया है।

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JioHotstar को दिए एक इंटरव्यू में कोहली ने स्पष्ट किया कि उनका करियर कभी अहं से प्रेरित नहीं रहा। उन्होंने कहा, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के एक मैच में जब श्रेयस अय्यर ने कमान संभाली, तो मैंने उसे खुशी-खुशी आगे बढ़ने दिया। मैं खेल की ज़रूरत के हिसाब से कदम उठाता हूं, न कि अपने अहंकार के लिए। अगर कोई और बेहतर लय में होता है, तो मैं उसे लीड करने देता हूं।

कोहली ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत को याद करते हुए कहा कि पहले तीन सीज़न में उन्हें शीर्ष क्रम में खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले। मुझे आमतौर पर निचले क्रम में भेजा जाता था।

2009 का सीजन थोड़ा बेहतर रहा, लेकिन 2010 के बाद से मेरा प्रदर्शन लगातार सुधरता गया। 2011 से मैं तीसरे नंबर का नियमित बल्लेबाज़ बना और यहीं से मेरी आईपीएल यात्रा ने असली रफ्तार पकड़ी, उन्होंने बताया।

विराट ने राहुल द्रविड़ और जैक्स कैलिस जैसे दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने के अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने कहा, शुरुआत में मुझे महसूस हुआ कि मेरा खेल उस स्तर पर नहीं है जहाँ होना चाहिए, लेकिन मैंने सिर झुकाकर मेहनत की और खुद को साबित किया।

कोहली ने यह भी बताया कि उन्होंने कप्तान रजत पाटीदार को कई बार बल्लेबाज़ी में अग्रणी भूमिका निभाने दी और खुद सहायक की भूमिका में रहे। उनका मानना है कि व्यक्तिगत रिकॉर्ड से ज़्यादा जरूरी टीम की सफलता है।

 

विराट कोहली ने तोड़ी ‘अहंकार’ की धारणा, कहा- खेल की जरूरत के हिसाब से करता हूं प्रदर्शन –

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