केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को कहा कि वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित बचे लोगों के पुनर्वास के लिए केंद्र से अब तक कोई सहायता नहीं मिली है। हालांकि, मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (CMDRF) में प्राप्त 712.98 करोड़ रुपये का उपयोग प्रभावितों की मदद के लिए किया जाएगा।
विजयन ने बताया कि राज्य ने भूस्खलन पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार से 2,221 करोड़ रुपये की मांग की थी। हालांकि, आपदा के बाद की जरूरतों के आकलन (PDNA) रिपोर्ट के आधार पर इससे अधिक राशि की आवश्यकता हो सकती है।
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने वायनाड भूस्खलन को गंभीर प्रकृति की आपदा घोषित किया है, जिससे देशभर के सांसद 1 करोड़ रुपये तक का योगदान कर सकते हैं। इसके लिए मैंने सभी सांसदों को मदद के लिए पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए एक मॉडल टाउनशिप का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एलस्टोन एस्टेट (58.50 हेक्टेयर) और नेदुम्पला एस्टेट (48.96 हेक्टेयर) में मॉडल टाउनशिप बनाने का निर्णय लिया गया है। हर घर के निर्माण में लगभग 30 लाख रुपये की लागत आने का अनुमान है।
सीएम ने यह भी बताया कि टाउनशिप में स्थानांतरित न होने वाले परिवारों को 15 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, पुनर्वास प्रक्रिया 61 दिनों के भीतर पूरी करने की योजना है। विभिन्न सरकारी विभाग इस प्रक्रिया में समन्वय कर रहे हैं।
विपक्ष ने भूस्खलन के गंभीर रूप से घायल पीड़ितों के उपचार लागत को लेकर भी सवाल उठाए। यूडीएफ नेता वी डी सतीशन ने कहा कि छह महीने बाद भी पीड़ितों को मुआवजा और उपचार सहायता नहीं मिली है।
विजयन ने विपक्ष को आश्वासन देते हुए कहा कि इन मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सीएमडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीएसआर फंड और अन्य प्रायोजनों का उपयोग पुनर्वास कार्यक्रम में किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि आपदा प्रभावित परिवारों के लिए पुनर्वास की मसौदा सूची प्रकाशित की गई है और जल्द ही अंतिम सूची जारी होगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
वायनाड पुनर्वास: केरल के सीएम ने कहा कि केंद्र से अब तक कोई मदद नहीं मिली –
Wayanad rehabilitation: Kerala CM said no help has been received from the center so far